राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बाद राजस्थान के अलवर जिला व सत्र न्यायालय में भी वकीलों ने हरियाणा पुलिस के जवान को घेर लिया। वकीलों ने इस पुलिसकर्मी के साथ जोरदार मारपीट की। बुधवार सुबह हुई इस घटना के बाद एक बार तो वकील और पुलिसकर्मी आमने-सामने हो गए। दोनों पक्षों के बीच जोरदार हाथापाई हुई। अलवर कोर्ट में एविडेंस पर आए हरियाणा के जवान से हाथापाई के मामले में पीड़ित पुलिसकर्मी ने एसपी को दी सूचना दी। इसके बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा। इस बीच, अलवर सदर थाने की महिला पुलिसकर्मी से हाथापाई होने की सूचना है। पुलिस ने बार अध्यक्ष उदय को पकड़ लिया है। वकीलों ने अध्यक्ष को छुड़ाने की मांग करते हुए नारेबाजी की। इससे पहले दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट परिसर में गत दो नवंबर को लॉकअप के बाहर गाड़ी खड़ी करने को लेकर वकील और पुलिसकर्मी के बीच कहासुनी ने हिंसक झड़प का रूप ले लिया था।
जानकारी के अनुसार, किसी मामले में हरियाणा से अलवर आए पुलिसकर्मी रामभज के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद स्थानीय पुलिसकर्मियों में जबरदस्त रोष व्याप्त हो गया। माहौल बिगड़ता देख पुलिस अधीक्षक देशमुख परिश आला अधिकारियों के साथ कोर्ट पारिसर में पहुंचे। पुलिस अधीक्षक के सामने भी पुलिसकर्मियों और वकीलों बीच झड़प होती रही। वकीलों ने पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया। पुलिस अधीक्षक ने वकीलों को खदेड़ते हुए कोर्ट परिसर में मार्च किया। कोर्ट परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के आधार पर उपद्रव करने वालों की तलाश की जा रही है। नोकझोक के दौरान मीडियाकर्मियों के मोबाइल भी छीन लिए गए और उन्हें कवरेज करने से रोका गया।
वकील दिल्ली की घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस और वकीलों के बीच हल्का विवाद हुआ। इसी बीच, उग्र वकीलों ने हरियाणा से एक केस के मामले में अलवर कोर्ट में पहुंचे पुलिसकर्मी के साथ वकीलों ने मारपीट की इसके बाद हंगामा अधिक बढ़ गया।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में एक मामूली बात पर शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच भिड़ंत हो गई थी। इसके बाद वकीलों की ओर से आगजनी हुई। पुलिस को मामला शांत करने के लिए फायरिंग तक करनी पड़ी। इसी वजह से पुलिस और वकीलों के बीच विवाद बढ़ा जो अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। देशभर में किए जा रहे विरोध प्रदर्शन की कड़ी में ही अलवर में बुधवार को वकीलों ने प्रदर्शन कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच हुई मारपीट तथा विवाद की राजस्थान पुलिस ने निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। राजस्थान पुलिस के अधिकारियों की अधिकृत संस्था राजस्थान पुलिस सेवा परिषद की बुधवार सुबह जयपुर में बैठक हुई। बैठक में दिल्ली में हुई घटना पर चर्चा की गई और एक वक्तव्य जारी किया गया। राजस्थान पुलिस सेवा परिषद के अध्यक्ष अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सैनी ने कहा कि राजस्थान पुलिस पार्किंग में हुए छोटे से विवाद के बाद कानून में हाथ में लेकर की गई हिंसा, आगजनी, सरकारी व निजी सम्पत्ति को नुकसान, कर्तव्यनिष्ठ व निर्दोश पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की घटना की कडी निंदा करती है। उनका मानना है कि इससे व्यवस्था और जनमानस में विपरीत संदेश गया है और कानून की रक्षक पुलिस के मनोबल पर विपरीत प्रभाव पड़ा है।
सैनी ने बताया कि परिषद का मानना है कि पुलिस और वकीलों की न्याय व्यवस्था में अहम भूमिका है और इनमें टकराव नहीं होना चाहिए। इसलिए परिषद ने अपील की है कि दोषी आपराधिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि सही संदेश जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके तथा देश में कानून के शासन का मार्ग प्रशस्त हो सके।
गौरतलब है कि जयपुर में भी पांच वर्ष पहले पुलिस और वकीलों के बीच ऐसा ही एक विवाद सामने आया था। पुलिस और वकीलों के बीच मारपीट भी हुई थी। उस समय बीएल सोनी जयपुर के कमिश्नर थे। जयपुर में भी पुलिस ने रैली निकाल कर विरोध दर्ज कराया था। उस समय वकील और पुलिस के कुछ बडे अधिकारी घायल भी हुए थे। बाद में सरकार ने बीएल सोनी को पद से हटा दिया था। उस समय काफी समय तक वकीलों ने कार्य बहिष्कार भी किया था।