नई दिल्ली:
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में प्रचार के लिए कांग्रेस पार्टी ने 30 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा के बीच युवा शायर इमरान प्रतापगढ़ी को भी जगह दी गई है। इमरान प्रतापगढ़ी 2019 में ही कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं और लोकसभा चुनाव में यूपी के मुरादाबाद से चुनाव लड़ा था। हालांकि वो चुनाव हार गए थे, लेकिन उनका कैंपेनिंग का तजुर्बा अब तक अच्छा रहा है।

भले ही इमरान पार्टी में किसी पद पर नहीं हैं लेकिन चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस उन्हें फुल फ्लैश तरीके से उतारती रही है। बिहार के दंगल में इमरान की एंट्री का सीधा असर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी (AIMIM) के लिए अलर्ट माना जा रहा है। हाल ही में इमरान प्रतापगढ़ी की सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा चली थी। यूपी में पार्टी के मुस्लिम फेस को लेकर उन्हें सबसे ज्यादा पसंद किया गया था।

यूपी के प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले इमरान हिंदी सहित्य से MA हैं और मुशायरों में प्रतिरोध की कविताएं पढ़ने की वजह से खासे लोकप्रिय भी हैं। सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर इमरान प्रतापगढ़ी की अच्छी फैन फॉलोइंग है। अपनी शायरी में राजनीतिक मुद्दे उठाने की वजह से एक तबका इमरान के लिए खड़ा दिखाई देता है। इसी का असर था कि अखिलेश सरकार ने 2016 में इमरान प्रतापगढ़ी को प्रदेश के सर्वोच्च सम्मान यश भारती से नवाजा। खास बात ये है कि यश भारती सम्मान प्राप्त करने वाले इमरान सबसे युवा शायर हैं।

कहा ये जाता है कि अखिलेश के भाई पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव इमरान के अच्छे मित्र हैं और दोनों ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से साथ पढ़ाई की है। हालांकि, 2018 में राहुल गांधी से मुलाकात के बाद इमरान प्रतापगढ़ी ने कांग्रेस में न होते हुए भी कांग्रेस का प्रचार करना शुरू कर दिया था। याद रहे कि यूपी के प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले इमरान हिंदी सहित्य से MA हैं और मुशायरों में प्रतिरोध की कविताएं पढ़ने की वजह से खासे लोकप्रिय भी हैं। सोशल मीडिया के हर प्लेटफॉर्म पर इमरान प्रतापगढ़ी की अच्छी फैन फॉलोइंग है। अपनी शायरी में राजनीतिक मुद्दे उठाने की वजह से एक तबका इमरान के लिए खड़ा दिखाई देता है।

बता दें कि बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है, जिसमें महागठबंधन से आरजेडी 144, कांग्रेस 70, सीपीएम 4 और सीपीआई 6 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पहले चरण में 71 सीटों के लिए 28 अक्टूबर को मतदान होना है। ऐसे में बिहार के रण में इमरान का मैजिक कांग्रेस के लिए कितना कारगर साबित होगा, ये 10 नवंबर को नतीजे के बाद साफ हो जाएगा।

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