तबरेज अंसारी  की मौत मामले में जमशेदपुर के एक मेडिकल कॉलेज के पांच विभागाध्यक्षों द्वारा हस्ताक्षरित एक दस्तावेज इस बात की पुष्टि करता है कि 24 वर्षीय अंसारी जिस पर झारखंड में एक भीड़ ने हमला किया था, की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई थी, जो संभवतः उसकी गंभीर चोटों से शुरू हुई थी, जिसमें सिर का एक फ्रैक्चर भी शामिल है. दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने वाले लोग एसआईटी के सदस्य हैं और वह तबरेज की मौत के कारणों का पता लगा रहे थे. बता दें कि तबरेज पर झारखंड में भीड़ ने हमला कर दिया था और उसके काफी चोट आई थी.

तबरेज  पर भीड़ ने 17 जून को हमला किया था. घटना झारखंड के सेराईकेला खरश्वान जिले में हुई थी. लोगों ने तबरेज को चोर समझकर उसकी पिटाई कर दी थी. इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें लोग उसे धमकाते हुए दिख रहे थे और जय श्री राम का नारा लगाने के लिए कह रहे थे.

पुलिस ने 18 जून की सुबह तबरेज को रेस्क्यू किया था और हॉस्पिटल ले गई थी. यहां डॉक्टर ने उसके पैरों का एक्सरे किया था क्योंकि तबरेज ने पैरों में बहुत दर्द की शिकायत की थी. लेकिन उसके सिर के फ्रैक्चर पर पोस्टमार्टम एक्जामिनेशन तक ध्यान नहीं दिया गया.

इस मामले में डॉक्टरों का कहना है कि तबरेज ने कभी सिर में दर्द की शिकायत नहीं की थी. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट का कहना है कि मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट है इसलिए आरोपियों के खिलाफ हत्या के आरोपों को हटा दिया गया और 11 लोगों के खिलाफ हत्या की बजाय गैर इरादन हत्या का मामला दर्ज किया गया.

लेकिन डॉक्टरों द्वारा मौत की वजह सामने आने के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस के रवैये पर सवाल खड़ा होता है, जिसकी चौतरफा आलोचना भी हुई थी. दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि हड्डी का फ्रैक्चर कठोर और कुंद वस्तु के कारण होने वाली गंभीर चोट है. हड्डी, अंगों और रक्त से भरे दिल के कक्षों के फ्रैक्चर के संयुक्त प्रभाव के परिणामस्वरूप कार्डियक अरेस्ट हुआ.

तबरेज की कार्डियक अरेस्ट से मौत के बारे में जानकारी देने वाले डॉक्टर बी मार्दी ने एनडीटीवी से कहा, ‘कार्डियक अरेस्ट स्ट्रेस के कारण भी हो सकता है जोकि कई वजहों से होता है. चोट भी एक वजह है.’ चेन्नई के एक डॉक्टर जे अमलोरपवननथन ने कहा कि फ्रैक्चर की वजह से हार्ट अटैक हो सकता है. उन्होंने कहा कि सिर की चोट से भी हार्ट अटैक हो सकता है क्योंकि सिर की चोट सीने पर भी प्रेशर डालती है.

पोस्टमार्टम में ही सिर के फ्रैक्चर का पता क्यों लगा..इस सवाल के जवाब में डॉ मार्दी ने कहा कि वह केवल बारीक फ्रैक्चर (हेयरलाइन) था. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि उसने(तबरेज) कभी सिर में दर्द की शिकायत नहीं की. हो सकता है कि हमारे डॉक्टरों ने इसकी अनदेखी की हो.’

पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं आ रही थीं जिसमें पुलिस के रवैये पर सवाल उठाये गये. पुलिस ने कहा था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के साक्ष्य नहीं मिले. वहीं डॉ मार्दी ने एनडीटीवी से कहा, ‘यह केवल मेरी रिपोर्ट नहीं है, इसें टीम के डॉक्टरों द्वारा बनाया गया है.’

झारखंड के सीनियर पुलिस अधिकारी कार्थिक एस ने एनडीटीवी से  कहा, ‘दो पोस्टमार्टम रिपोर्टों में एक ही बात सामने आई कि तबरेज की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई.’

तबरेज के परिवार ने अपनी शिकायत में कहा था कि उसके सिर के साथ क्रूरता हुई. इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह केवल मेडिकल रिपोर्ट के साथ ही आगे बढ़ सकते हैं और उसमें साफ है कि मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट है जोकि मेंटल और फिजिकल स्ट्रेस की वजह से हुआ.

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वहीं जुलाई में जो रिपोर्ट सामने आई थी, उसके मुताबिक पुलिस के साथ-साथ तबरेज़ अंसारी की जांच करने वाले डॉक्टरों को उसकी मौत के लिए ज़िम्मेदार ठहराया गया था, जिसकी वजह से सरायकेला-खारवान के उपायुक्त अंजनीयुलु दोड्डे के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने इसकी वजह की जांच की. कहा गया कि ‘पुलिस देर से पहुंची और डॉक्टरों ने सिर में लगी चोट का उपचार नहीं किया.’

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