नई दिल्ली l प्रधानमंत्री द्वारा संसद के माध्यम से अनुच्छेद 370 को निरस्त करने की घोषणा के बाद जम्मू और कश्मीर के लोग खुश हैं। जन्म से एक कश्मीरी पंडित अनुपम खेर ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में इस बारे में बताया कि कैसे उनकी मां ने धारा 370 रद्द किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद दिया क्योंकि वह अब कश्मीर में एक घर बना सकती हैं।
पूरा देश इस बात से वाकिफ है कि जम्मू-कश्मीर के लोग वर्षों से इस समस्या का सामना कर रहे हैं। जन्म से कश्मीरी पंडित होने के नाते बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर उस दर्द को नहीं भूल सकते जो कश्मीरी पंडितों ने पलायन के दौरान झेला था। अनुपम खेर अपनी इंटरनेशनल वेब सीरिज की शूटिंग न्यूयॉर्क में कर रहे थे और अनुपम खेर हाल ही में दिवाली के लिए भारत आए है। फिल्म इंडस्ट्री में 35 साल से अधिक समय बिताने और परिवार और दोस्तों के साथ एक शानदार दिवाली मनाने के बाद अब अनुपम खेर ने धारा 370 के निरस्त किए जाने पर खुलकर बात की है कि कैसे कश्मीर से पलायन के बाद घाटी में परिवारों का भाग्य बदल गया।
जब भी कश्मीरी पंडितों का समर्थन करने और उनके लिए स्टैंड लेने की बात आती रही है। एक कश्मीरी पंडित होने के नाते अनुपम खेर ने हमेशा अपनी राय दी है। जैसे कि घाटी के लोग वर्षों से बहुत सारी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, घाटी में लोगों को राहत देने के लिए अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया गया है। हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार कश्मीरी पंडितों के साथ घाटी से पलायन करने के 30 साल बाद भी, अनुपम खेर को याद है कि कैसे इस पूरी घटना ने अनगिनत परिवारों के जीवन को बर्बाद कर दिया।
इस बारे में बात करते हुए अनुपम खेर ने आगे कहा कि, ‘यह आप किसी किराए के घर पर रहते है और आपको मालिक ने निकाल दिया के की तरह नहीं है।’ अनुपम खेर ने कहा कि 19 जनवरी, 1990 की रात 3 से 4 लाख परिवारों को उनके घरों से बाहर निकाल दिया गया। उल्लेख किया गया है कि यह कैसे एक घाव है जो हमेशा लोगों पर अपना निशान रखेगा।