आम बजट पेश होने के बाद से सेंसेक्स करीब 1200 अंक टूट गया है. दो कारोबारी दिनों में निवेशकों के करीब 5 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं.
सप्ताह का पहला कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहद निराश करने वाला रहा. सोमवार को सेंसेक्स करीब 793 अंक का गोता लगाकर 38 हजार 720 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं निफ्टी 252 अंक की भारी गिरावट के साथ 11 हजार 558.60 अंक पर आ गया.
आम बजट पेश होने के बाद लगातार दूसरा कारोबारी दिन है, जब शेयर बाजार इतना पस्त हुआ है. इन दो दिनों में सेंसेक्स करीब 1200 अंक टूटा है तो वहीं निफ्टी 400 अंक लुढ़क गया है. वहीं इन दो दिनों में निवेशकों के 5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए हैं. लेकिन सवाल है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिली है. आइए जानते हैं इस रिपोर्ट में…
बजट से निवेशकों में निराशा
शेयर बाजार में इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह आम बजट से निराशा है. दरअसल, निवेशकों को आम बजट से काफी उम्मीदें थीं. केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया के मुताबिक रियायत की आस में बैठे निवेशकों को बजट से कुछ नहीं मिला. इसके उलट विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआईज) के लिए लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस टैक्स बढ़ा दिया गया है. यह चीज मार्केट को रास नहीं आ रहा है. केडिया के मुताबिक बायबैक टैक्स और कुछ सालों के बाद पब्लिक शेयरहोल्डिंग्स बढ़ाने की योजना ने भी निवेशकों का मूड खराब कर दिया.
अमेरिका का जॉब डाटा
अमेरिका के जॉब डाटा ने भी बाजार के पस्त होने में बड़ी भूमिका निभाई है. अजय केडिया कहते हैं कि जून महीने में अमेरिका का जॉब डाटा बेहतर रहा है. यूएस में जॉब डाटा बेहतर आने से इस बात की उम्मीद बेहद कम है कि आने वाले दिनों में यूएस फेड द्वारा 0.50 फीसदी रेट कट किया जाएगा. इससे भी बाजार पर दबाव बना है.
पीएनबी फ्रॉड का असर
दरअसल, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में धोखाधड़ी का एक और मामला सामने आया है. इस वजह से सोमवार को बैंक के शेयर में 10 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई. बता दें कि पीएनबी ने दो दिन पहले कहा था कि उसके साथ भूषण पॉवर एंड स्टील लिमिटेड (बीपीसीएल) ने 3,805.15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. पीएनबी के अलावा एक्सिस बैंक, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, कोटक बैंक के शेयर भी 2 फीसदी से अधिक लुढ़क गए.
ऑटो सेक्टर में तहलका
कारोबार के दौरान ऑटो सेक्टर के शेयर 3 साल के लो लेवल पर आ गए. दरअसल, ऑटो सेक्टर में गिरावट की अगुवाई मारुति सुजुकी ने की. मारुति सुजुकी के प्रोडक्टशन कट की खबर की वजह से कंपनी के शेयर 6 फीसदी तक गिर गए. स्थिति ये हो गई कि मारुति सुजुकी के शेयर 52 हफ्ते के लो लेवल पर पहुंच गए.
रुपये में कमजोरी
कारोबार के दौरान रुपये में सुस्ती का असर भी शेयर बाजार पर पड़ा. रुपया करीब 16 पैसे कमजोर होकर 68.57 के स्तर पर आ गया. बाद में यह 21 पैसे गिरकर 68.63 के स्तर पर ट्रेड करता दिखा.