इंदौर में दो दिन पहले हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के मामले में पुलिस को कोई सबूत नहीं मिला है।
रविवार को इंदौर पुलिस ने कहा उनके पास ये दिखाने के लिए कोई वीडियो सबूत नहीं है कि स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी ने शहर के एक कैफे में परफॉर्मेंस के दौरान हिंदू देवताओं का अपमान किया।
तुकागंज पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर कमलेश शर्मा ने कहा कि इस मामले में शिकायतकर्ता की तरफ से पेश किए गए दो वीडियो में एक दूसरे कॉमेडियन को गणेश भगवान का मजाक बनाते हुए दिखाया गया है।
साथ ही कहा कि उनके पास हिंदू देवी-देवताओं या केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का अपमान करने के लिए स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के खिलाफ कोई सबूत नहीं है।
फारुकी के वकील असद वारसी ने कहा कि वो सोमवार को जमानत के लिए याचिका दायर करने जा रहे हैं।
याचिक में हम दलील देंगे कि उनमें से किसी के खिलाफ अपराध का कोई सबूत नहीं है।
इस बीच कई स्टैंड अप कॉमेडियन वरुण ग्रोवर, वीर दास, कनीज सुरखा, अग्रिमा जोशुआ और रोहन जोशी समेत कई कॉमेडियन ने फारुकी के समर्थन में सोशल मीडिया का सहारा लिया।
स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी को शुक्रवार को पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। साथ ही पुलिस ने इस मामले में चार 4 और लोगों को भी गिरफ्तार किया।
बाद में पुलिस ने फारुकी और इंदौर के उसके साथियों एडविन एंथोनी, प्रखर व्यास, प्रियम व्यास और नलिन यादव के खिलाफ आईपीसी की धारा 295-A, 298, 269, 188 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की है।