प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने बुधवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें वो ‘एक देश, एक चुनाव’ के मुद्दे पर चर्चा करेंगे. पी एम मोदी काफ़ी समय से लोकसभा और सभी विधानसभाओं के चुनाव एकसाथ कराने पर ज़ोर देते रहे हैं. लेकिन इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों की राय बंटी हुई है. इस बार भी जब उन्हों ने एक सर्वदलीय बैठक बुलाई तो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ तोर पर कह दिया कि वो बुधवार को होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगी.
बता दें कि कांग्रेस ने भी इस में शमिल होने से मना कर दिया। कांग्रेस के नेता गौरव गोगोई ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल नहीं होगी। सांसद गोगोई ने संसद में मीडिया को बताया कि, ‘जहां तक मुझे पता है, हमारी पार्टी बैठक में भाग नहीं ले रही है।’
आप की जानकारी के लिए बता दें किह रविवार को मोदी और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने 19 जून को संसद में सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों और 20 जून को दोनों सदनों के सदस्यों को सरकार के साथ बातचीत करने और विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया था।
कांग्रेस और ममता के अलावा भी कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने भी मोदी द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुये।