यूनानी ड्रग्स मैनुफक्चरर्स एसोसिएशन की तरफ से जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी कैम्पस में पिछले साल की तरह इस बार भी UDMA मेला लगाया गया जिसमे बहुत से एक्सपर्ट्स ने शिरकत की। इस मेले की शुरुआत हक़ीम खुबैब बक़ाई ने क़ुरान की तिलावत और हक़ीम ऐजाज अहमद के तर्जुमे के साथ हुई। इस मौके पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया की वी. सी. प्रो नजमा अख़्तर उपस्थित रहीं । जबकि मेहमान के तौर पर सेंट्रल वक़्फ़ कौंसिल के मेंबर मोहम्मद रईस खान पठान उपस्थित रहे। जामिआ मिल्लिया इस्लामिया की वी. सी. प्रो नजमा अख़्तर ने कहा कि यूनानी को फ़ैलाने के लिए ये एक अहम क़दम है।
इस तीन दिन के मेले में भारत के अलग – अलग राज्यों से यूनानी मैनुफक्चरर्स कंपनियों ने हिस्सा लिया। जिसमें हकीम बक़ाई मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल है। ये कंपनी अपने नुमाया प्रोडक्ट्स की वजह से अपना एक ख़ास महत्त्व रखती है। इस UDMA मेले में यूनानी डॉक्टर्स, प्रोफेसर्स के अलावा यूनानी के स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया. हकीम बक़ाई मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड ने मेले आने वाले सभी लोगों का गिफ्ट बाँट कर एक ख़ास अंदाज़ में स्वागत किया और साथ ही साथ अपने प्रोडक्ट्स के बारे में लोगो को जानकारी दी। यूनानी डॉक्टर्स ने हकीम बक़ाई की दवाइयों की खासियत को देखते हुए बहुत प्रशंसा की।
हकीम बक़ाई मेडिकेयर प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हकीम मुहम्मद खुबैब बक़ाई ने बताया कि उनकी कंपनी का मक़सद यूनानी दवाइयों के द्वारा लोगों की खिदमत करना है। कंपनी के चेयरमैन मोहम्मद जुनैद हसन ने कहा कि वो यूनानी दवाइयों को हर इंसान तक पहुँचाना चाहते है। जिससे लोग यूनानी दवाइयों के जरिये अपनी बीमारी का इलाज करवा सकें। यूनानी दवाइयों को सब लोगों तक पहुंचने के लिए वो कड़ी मेहनत कर रहे हैं। उनके कुछ प्रोडक्ट्स जैसे जाम-ए-हयात, अर्थोसल , हलवा घीकवार बहुत अच्छे माने जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि स्वस्थ रहने के लिए यूनानी दवाइयों का लगातार सेवन करना बहुत ज़रूरी है।