एक वाट्सऐप चैट के सामने आने से लगता है कि सुशांत सिंह मौत के मामले में पूरी कहानी ही बदल गई। यह वाट्सऐप चैट है सुशांत और उनकी बहन प्रियंका के बीच की। इस चैट में प्रियंका एंग्जायटी, डिप्रेशन जैसी बीमारियों की बात कह रही हैं और दवाइयों के नुस्खे भी दे रही हैं। ये वे दवाइयाँ हैं जो एंग्जायटी, पैनिक डिसऑर्डर जैसे मेंटल हेल्थ के उपचार में काम आती हैं।
सुशांत का परिवार पहले से कहता रहा था कि सुशांत की किसी बीमारी के बारे में उन्हें पता नहीं था और आरोप लगाया था कि उनको दवाइयाँ रिया चक्रवर्ती दे रही थीं। लेकिन वाट्सऐप चैट से यह साफ़ लगता है कि सुशांत के परिवार को न केवल उनकी बीमारी के बारे में पता था, बल्कि उन्होंने ही दवाइयों का नुस्खा भी भेजा था।
वाट्सऐप चैट में जिस नुस्खे को भेजा गया उसमें लिब्रियम, नेक्सिटो और लोनाज़ेप दवाइयाँ लिखी हैं। ऐसी दवाइयाँ एंग्जायटी, पैनिक डिसऑर्डर, ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर, एपिलेप्सी, इंसोमनिया यानी नींद नहीं आना जैसी मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।
‘द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने भी जाँच में यही पाया है कि सुशांत की मौत से छह दिन पहले प्रियंका ने उनसे चैटिंग की थी और उसमें बीमारी व उसके इलाज के लिए दवा के नुस्खे भेजे थे।
इंडिया टुडे ने उन दोनों के बीच उस वाट्सऐप चैट को प्रकाशित किया है-
प्रियंका और सुशांत के बीच वाट्सऐप चैट
प्रियंका: पहले एक हफ़्ते के लिए लिब्रियम लेना फिर नाश्ते के बाद रोज़ एक बार नेक्सिटो 10 मिलीग्राम शुरू करना। एंग्जायटी का दौरा पड़ने पर लोनाज़ेप को साथ में रखना।
सुशांत: ठीक है सोनू दी।
सुशांत: कोई भी बिना प्रिस्क्रिप्शन के नहीं देगा।
प्रियंका: चलो, व्यवस्था करने की कोशिश करती हूँ।
एक मिस्ड वाइस कॉल है।
प्रियंका: बाबू फ़ोन करो। मुझे प्रिस्क्रिप्शन भेजना है।
प्रियंका: यहाँ मेरा दोस्त एक बड़ा डॉक्टर है जो मुंबई में डॉक्टर से संपर्क करा सकता है। पूरी तरह गोपनीय…. इसलिए चिंता मत करो
प्रियंका: तुरंत फ़ोन करो
प्रियंका: यह दिल्ली का है, लेकिन यह कोई मुद्दा नहीं है। कुछ हो तो कह सकते हो कि यह ऑनलाइन कंसल्टेशन से लिया है
सुशांत: ठीक है धन्यवाद आपका सोनू दी।
उन दोनों के बीच यह चैट 8 जून को सुबह साढ़े चार बजे से लेकर साढ़े पाँच बजे के बीच की है और क़रीब 7 बजे प्रियंका ने वह प्रिस्क्रिप्शन भेजा। वह प्रिस्क्रिप्शन आरएमएल अस्पताल के डॉक्टर का था।
यह वाट्सऐप चैट पटना में दर्ज कराई गई उस एफ़आईआर के विपरीत है जिसमें सुशांत राजपूत के पिता ने दावा किया है कि उन्हें अपने बेटे के मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उसमें उनके पिता ने यह भी दावा किया कि उनके परिवार की जानकारी के बिना उनका इलाज किया गया था। तब से सुशांत का परिवार लगातार यह दावा करता रहा है कि उन्हें सुशांत के किसी भी मानसिक बीमारी से पीड़ित होने की कोई जानकारी नहीं है।
सुशांत की बीमारी पर परिवार के बयान में विरोधाभास होने के आरोप को सुशांत के परिवार के वकील नकारते हैं। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के अनुसार, सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह ने कहा, ‘यह हमारी कहानी को किसी भी तरह से विरोधाभासी नहीं ठहराता है। परिवार को नहीं पता था कि उन्हें कोई मनोरोग समस्या है। हाँ, उन्होंने एंग्जायटी के बारे में परिवार को बताया था और उनकी बहन ख़ुद से कुछ दवाइयाँ दे रही थीं। चूँकि लॉकडाउन लगा था, इसलिए उन्हें दिल्ली से प्रिस्क्रिप्शन भेजा।’
इंडिया टुडे के अनुसार रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे ने कहा कि अब प्रियंका के मैसेज से साफ़ हो गया है कि उनके परिवार वाले सुशांत सिंह राजपूत की स्थिति नवंबर 2019 से ही जानते थे। मानेशिंदे ने कहा कि सुशांत का परिवार कोर्ट, सीबीआई, पटना पुलिस और दूसरी एजेंसियों के सामने आरोप लगा रहा था कि रिया चक्रवर्ती दवाइयाँ दे रही थी और ओवरडोज दवाइयाँ देकर उनके स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही थी। उन्होंने कहा कि ‘लेकिन सच्चाई यह है कि वह उन्हें शहर के बड़े डॉक्टर के पास ले जा रही थीं। पहली बार 2013 में और आख़िरी बार 2020 में भी वह लेकर गई थीं जब वह घर छोड़कर गई थीं। उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया जो डॉक्टर ने नहीं लिखा था।’