भारतीय टीम के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही। लगातार चोटों के कारण वे पहले से ही मैदान से दूर हैं, लेकिन ताजा घटनाक्रम में उन्हें बड़ा झटका लगा है। बीसीसीआई ने शॉ पर 8 महीने के लिए निलंबित कर दिया है। शॉ डोपिंग मामले में दोषी पाए गए हैं।
गौरतलब है कि शॉ चोट के कारण पिछले कुछ समय से मैदान से बाहर चल रहे हैं। लेकिन उनके करियर पर तब बदनुमा दाग लग गया जब डोपिंग का दोषी पाए जाने पर बीसीसीआई ने उन्हें 8 महीने के लिए निलंबित करने की जानकारी दी। बीसीसीआई के मुताबिक मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) के तहत खेलने वाले पृथ्वी शॉ डोपिंग नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। बताया जा रहा है कि शॉ ने बीमारी के दौरान जल्दी ठीक होने के लिए अनजाने में ऐसी दवाओं का सेवन कर लिया जिन्हें डोपिंग निरोधक एजेंसियों ने प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में रखा है। ऐसे में जब शॉ को डोप टेस्ट हुआ तो वह पॉजिटिव निकला। इसके बाद बीसीसीआई ने एंटी डोपिंग नियम आर्टिकल 2.1 के तहत दोषी पाया गया और 8 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया। बता दें कि सैंपल लेने की तारीख से जोड़ा जाए तो शॉ 15 नवंबर 2019 तक क्रिकेट नहीं खेल सकेंगे। ये बात सामने आई कि शॉ ने कप सीरप लिया था जिसमें प्रतिबंधित दवाएं शामिल थे। ऐसे में शॉ के यूरिन सेम्पल में ये प्रतिबंधित दवा मिलने से वे डोपिंग के दोषी निकले।
ये बता दें कि डोपिंग निरोधक एजेंसी द्वारा शॉ का रेंडम डोप टेस्ट किया गया था, जिसमें वे दोषी पाए गए। इस पर एजेंसी ने इसकी सूचना बीसीसीआई को दी और नियमानुसार बीसीसीआई ने उन्हें निलंबति कर दिया। पूर्व में भी रेंडमली हुए टेस्ट में कई खिलाड़ी डोपिंग नियमों का उल्लंघन करते मिले हैं। खिलाड़ी चोट से उबरने के लिए या फिर सर्दी-जुकाम के दौरान ली दवाओं के कारण दोषी पाए गए। खिलाड़ी दवाओं में होने वाले उन तत्वों से अनजान रहते हैं जिन्हें एजेंसियों ने प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में रखा है। फिलहाल शॉ ने बीसीसीआई को अपना जवाब सौंप दिया है कि उन्होंने अनजाने में इस दवाई का सेवन किया। उन्हें इसकी बिल्कुल जानकारी नहीं थी। बीसीसीआई ने भी शॉ का बयान दर्ज कर लिया है। लेकिन नियमों के मुताबिक फिलहाल शॉ को 8 माह का निलंबन झेलना ही पड़ेगा।
दो अन्य क्रिकेटर भी निलंबित:
बीसीसीआई से मिली जानकारी के मुताबिक बोर्ड के एंटी डोपिंग टेस्टिंग कार्यक्रम के तहत शॉ ने 22 फरवरी 2019 को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान अपना यूरीन सैंपल लिया गया था। जांच रिपोर्ट में टर्ब्यूटलीन के अंश पाए गए। ये पदार्थ प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में है। इस ताजा मामले में सिर्फ शॉ ही नहीं विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से खेलने वाले क्रिकेटर अक्षय दुलरवार और राजस्थान की ओर से दिव्य गजराज को भी निलंबित किया गया है। ये खिलाड़ी भी डोपिंग नियमों के उल्लंघन के दोषी पाए गए हैं।