जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद नज़रबंद किये गए नेताओं को लेकर सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है .खबर के मुताबिक नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती को को अपने परिवार से मिलने की अनुमति दी गई.
खबरों की मानें तो उमर अबदुल्ला से उनके परिवार ने श्रीनगर के हरि निवास पर मुलाकात की. मुलाकात के लिए केवल 20 मिनट दिए गए थे. बताया ये भी जा रहा है कि जब से उमर अबदुल्ला को नजरबंद किया गया है, तब से अब तक वह अपने परिवार से दो बार मिल चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उमर अब्दुल्ला को 12 अगस्त को बकरीद के मौके पर फोन पर बात करने की इजाजत भी दी थी.
वहीं बात करें महबूबा मुफ्ती की तो उन्होंने भी गुरुवार को अपनी मां और बहन से मुलाकात की थी. पीडीपी प्रमुख को पर्यटन विभाग की संपत्ति चेशमाशाही में रखा गया है, जिसे अब उप-जेल घोषित कर दिया गया है. खबरों की मानें तो उमर अब्दल्ला के पिता फारुख अब्दुल्ला को भी उनके घर में नरजबंद करके रखा गया है. इस बीच कुछ अधिकारी बीच-बीच में जाकर उनसे मिलते भी रहे हैं.
वहीं बताया ये भी जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाए जाने को लेकर एक व्यापक अभियान चलाएगी. पार्टी प्रदेश के प्रत्येक जिले में जाकर इसके फायदे भी बताएगी. इसके तहत 100 से अधिक सभाएं और संगोष्ठियां भी आयोजित होंगी. बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर पूरे प्रदेश में एक जनजागरण अभियान चलया जाएगा. अब बीजेपी इस उपलब्धि को लेकर गांव-गांव में जश्न मनाने जा रही है.