मशहूर इस्लामी विद्वान मौलाना वहीदुद्दीन खान का बुधवार को 96 साल की आयु में निधन हो गया। वे हाल ही में कोरोना से संक्रमित हुए थे।
परिवारिक सूत्रों ने बताया कि उन्होंने रात करीब साढ़े नौ बजे दिल्ली के अपोलो अस्पताल में अंतिम सांस ली। पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया है।
उन्हें कोरोना संक्रमण के कारण 12 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार को उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
يَا أَيَّتُهَا النَّفْسُ الْمُطْمَئِنَّةُ : ارْجِعِي إِلَى رَبِّكِ رَاضِيَةً مَّرْضِيَّةً، فَادْخُلِي فِي عِبَادِي وَادْخُلِي جَنَّتِي
[To the righteous soul will be told:] “O [you] the satisfied soul! Return to your Lord, well pleased (yourself), and well-pleasing unto Him!— Zafarul-Islam Khan (@khan_zafarul) April 21, 2021
मौलाना वहीदुद्दीन ने कुरान का अंग्रेजी में आसान अनुवाद किया और कुरान पर टिप्पणी भी लिखी। वे बड़े इस्लामी विद्वानों में गिने जाते थे। उन्होंने और भी कई किताबें लिखी हैं।
मौलाना वहीदुद्दीन खान का जन्म एक जनवरी 1925 को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में हुआ था। उन्हें इसी साल पद्म विभूषण से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी। साल 2000 में उन्हें पद्मभूषण से नवाजा गया था।
The well known Islamic scholar: Maulana Wahiddudin Khan has passed away. A scholar, theologian, writer and a great peacemaker, we are poorer by this loss. Had the opportunity to meet him and was deeply impressed by his vision of peace and reconciliation pic.twitter.com/7Bn7Qbt3EI
— Amitabh Mattoo (@amitabhmattoo) April 21, 2021
पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट के जरिए लिखा कि ‘मौलाना वहीदुद्दीन खान के निधन से दुखी हूं। उन्हें धर्मशास्त्र और आध्यात्मिकता के मामलों पर उनके व्यावहारिक ज्ञान के लिए याद किया जाएगा।
उन्हें सामुदायिक सेवा और सामाजिक सशक्तिकरण का भी शौक था। उनके परिवार और अनगिनत शुभचिंतकों के प्रति संवेदना।’
पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट के जरिए लिखा कि ‘मौलाना वहीदुद्दीन खान के निधन से दुखी हूं। उन्हें धर्मशास्त्र और आध्यात्मिकता के मामलों पर उनके व्यावहारिक ज्ञान के लिए याद किया जाएगा।
उन्हें सामुदायिक सेवा और सामाजिक सशक्तिकरण का भी शौक था। उनके परिवार और अनगिनत शुभचिंतकों के प्रति संवेदना।’