प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी सांसदों को एक नया टास्क दिया है. मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी सांसदों को कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर वे अपने संसदीय क्षेत्र में 150 किलोमीटर की पदयात्रा की शुरूआत करें. ये पदयात्रा 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलेगी. 31 अक्टूबर को लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती है. सांसदों को प्रतिदिन अपने संसदीय क्षेत्र में 15 किलोमीटर पैदल यात्रा करने और जनता का हाल-चाल लेने को कहा गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी सांसदों को एक नया टास्क दिया है. मंगलवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी सांसदों को कहा कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पर वे अपने संसदीय क्षेत्र में 150 किलोमीटर की पदयात्रा की शुरूआत करें. ये पदयात्रा 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलेगी. 31 अक्टूबर को लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 144वीं जयंती है. सांसदों को प्रतिदिन अपने संसदीय क्षेत्र में 15 किलोमीटर पैदल यात्रा करने और जनता का हाल-चाल लेने को कहा गया है.
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “प्रधानमंत्री ने राज्यसभा के सांसदों को भी पदयात्रा में शामिल होने को कहा है, सांसदों को कहा गया है कि वे उन जगहों पर जाएं जहां बीजेपी अपेक्षाकृत रूप से कमजोर है, पीएम ने कहा है कि सांसद स्थानीय लोगों से बात करें और जंग-ए-आजादी में उन्हें महात्मा गांधी के योगदान के बारे में बताएं.” रिपोर्ट के मुताबिक हर संसदीय क्षेत्र में 15-20 टीमें बनेंगी और सांसद प्रतिदिन 15 किमी की पदयात्रा करेंगे. प्रह्लाद जोशी के मुताबिक सांसदों की पदयात्रा हर बूथ से होकर गुजरेगी, पार्टी के नेता और सांसद पौधारोपण भी करेंगे,
बता दें कि इस पदयात्रा की तारीख ऐसी है कि इसी दौरान महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने को हैं. ये पहली बार नहीं है जब पीएम ने सांसदों को जनता से संपर्क बनाने को कहा है. पिछली बार भी पीएम ने सांसदों को गांवों की यात्रा करने और गांवों में रात गुजारने को कहा था.
माना जा रहा है कि इस पदयात्रा के दौरान बीजेपी सांसद बजट की योजनाओं से भी जनता को रु-बरू कराएंगे. इस पदयात्रा के जरिए बीजेपी एक बार फिर से स्वतंत्रता आंदोलन के दो नायकों बापू और पटेल को एक बार फिर से अपनी विचारधारा के दायरे में करने की कोशिश करेगी.
प्रधानमंत्री ने सांसदों को पदयात्रा का संदेश देकर साफ कर दिया है कि बीजेपी के राजनीतिक आंदोलनों और यात्राओं में सामाजिक मुद्दे अहम बने रहेंगे.