पुलिस का कहना है कि 2015 में पैगंबर मोहम्मद को लेकर कमलेश तिवारी ने जो बयान दिया है, उसी का बदला लेने के लिए यह हत्या की गयी है
#WATCH OP Singh, UP DGP on #KamleshTiwariMurder: Prima facie this was a radical killing, these people were radicalized by the speech that he (Kamlesh Tiwari) gave in 2015, but much more can come out when we catch hold of the remaining criminals. pic.twitter.com/kJ19yoBLh5
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 19, 2019
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने आज कमलेश तिवारी हत्याकांड के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश और गुजरात की संयुक्त टीम तीन लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है।
#UttarPradesh Police has claimed to solve the sensational #KamleshTiwari murder casehttps://t.co/G5DXvM6H9X
— IndiaToday (@IndiaToday) October 19, 2019
जिन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है उनके नाम हैं- मौलाना मोहसिन शेख, फैजान और खुर्शीद अहमद पठान। दो और संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
Uttar Pradesh DGP, OP Singh on Hindu Samaj Party leader #KamleshTiwari's murder: The inciting speech that the victim had given in 2015 was a reason behind this. As per the information that we have received, it seems it was done in a planned manner. pic.twitter.com/0iJA9PCCgz
— ANI (@ANI) October 19, 2019
प्रभात खबर पर छपी खबर के अनुसार, डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में इन लोगों की किसी आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी नहीं मिली है। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनसे पूछताछ की जा रही है, अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें हिरासत में भी लिया जा सकता है।
पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए उत्तर प्रदेश भी ला सकती है। डीजीपी ने बताया कमलेश तिवारी के हत्यारों को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन जिन पर हत्या की साजिश रचने की आशंका है, उन्हें हिरासत में लिया गया है।
पुलिस का दावा- विवादित बयान के कारण हुई हत्या
पुलिस का कहना है कि 2015 में पैगंबर मोहम्मद को लेकर कमलेश तिवारी ने जो बयान दिया है, उसी का बदला लेने के लिए यह हत्या की गयी है।
विवादित बयान से रहा है इस हिन्दूवादी नेता का नाता
कमलेश तिवारी हिंदू महासभा के नेता थे और अकसर विवादित बयान देने के कारण चर्चा में रहते थे। 2015 में कमलेश तिवारी ने पैगंबर मोहम्मद को विवादित बयान दिया था, जिसके कारण उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी, वे जमानत पर चल रहे थे। कमलेश तिवारी ने गोडसे का मंदिर बनाने की बात कहकर भी विवाद खड़ा किया था।