अमेरिका की रैपर आर्टिस्ट निकी मिनाज ने सउदी अरब में अपनी एक लाइव परफॉर्मेंस को रद्द कर दिया है. उन्होंने ये फैसला सऊदी अरब की महिलाओं और समलैंगिकों के अधिकारों के लिए लिया है.
अमेरिका की रैपर आर्टिस्ट निकी मिनाज ने सउदी अरब में अपनी एक लाइव परफॉर्मेंस को रद्द कर दिया है. उन्होंने ये फैसला सऊदी अरब की महिलाओं और समलैंगिकों के अधिकारों के लिए लिया है. मिनाज अगले हफ्ते जेद्दा के एक कल्चरल फेस्टिवल का हिस्सा बनने वाली थीं. सऊदी अरब में महिलाओं के प्रति रूढ़िवादी विचारों के चलते सोशल मीडिया पर निकी मिनाज की आलोचना हो रही थी.
शुक्रवार को न्यूयॉर्क बेस्ड मानवाधिकार फाउंडेशन ने मिनाज को एक ओपन लेटर लिखा था और उनसे अपील की थी कि वे इस फेस्टिवल का बॉयकॉट करें और अपने ग्लोबल प्रभाव के चलते सऊदी अरब की महिला एक्टिविस्ट्स की जेल से रिहाई की मांग करें.
शो को लेकर इस तरह की प्रतिक्रियाओं के आने के बाद निकी मिनाज ने एक स्टेटमेंट जारी किया. उन्होंने कहा, “मैं सउदी अरब में अपने फैंस को एक शानदार परफॉर्मेंस देना चाहती थी, लेकिन कई मुद्दों पर अपने आपको एजुकेट करने के बाद मैंने फैसला लिया है कि मैं जेद्दा फेस्टिवल का हिस्सा ना बनूं. मुझे लगता है कि ये जरूरी है कि मैं महिलाओं और एलजीबीटीक्यू समुदाय के अधिकारों और फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन को अपना समर्थन प्रदान करूं.”
निकी मिनाज अपने बोल्ड और विवादास्पद वीडियोज़ के लिए मशहूर हैं. ये फेस्टिवल इस मायने में भी खास था क्योंकि दशको से एंटरटेनमेंट पर लगी पाबंदी हटने के बाद स्थानीय लोगों में फेस्टिवल को लेकर काफी उत्सुकता थी.
फैंस दे रहे हैं सुसाइड की धमकी
हालांकि निकी मिनाज अपने फैसले के साथ ही काफी दुविधा में भी पड़ गई हैं. उन्होंने ट्वीट कर में कहा, “मेरे कई फैंस मुझे इनबॉक्स में लिख रहे हैं कि वे सुसाइड कर लेंगे अगर मैं जेद्दा फेस्टिवल में नहीं आऊंगी. लेकिन आपको समझना चाहिए कि अगर मेरा कोई भी फैन अरेस्ट होता है या उसे अपनी आइडेंटी के चलते मारा जाता है तो मुझे बहुत बुरा लगेगा. ईश्वर प्रेम है. मैं सऊदी अरब की सरकार की डिसरिस्पेक्ट नहीं कर रही हूं.”
गौरतलब है कि सऊदी अरब में समलैंगिक लोगों को कई तरह की प्रताड़नाओं का सामना करना पड़ता है. इस देश में महिलाओं पर भी दशकों तक कड़ी पाबंदियां रही हैं. निकी ने ये भी कहा कि वे सऊदी अरब सरकार से भी बात करने की कोशिश करेंगी. सऊदी अरब के इस फेस्टिवल में शराब ले जाने की मनाही है और एक स्ट्रिक्ट सोशल कोड है.
दरअसल, सउदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, उदारवाद की लहर पर सवार हैं और सिनेमा, कॉन्सर्ट्स और स्पोर्ट्स से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दिया जा रहा है. ये देश एंटरटेनमेंट और पर्यटन क्षेत्र पर भी काफी फोकस कर रहा है. हालांकि सऊदी अरब ने अभी तक टूरिस्ट वीज़ा उपलब्ध नहीं कराए हैं लेकिन अंतराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए फास्ट ट्रैक इलेक्ट्रॉनिक परमिट का इंतजाम किया गया है ताकि ये पर्यटक इन फेस्टिवल्स का मजा उठा सकें और देश की इकोनॉमी में फायदा पहुंचा सकें. हालांकि कई लोग इन सोशल बदलावों को बेरोजगारी और गिरती इकोनॉमी से ध्यान हटाने का एक जरिया मान रहे हैं.