अरविंद केजरीवाल सरकार दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए फिर से सख्ती बरत सकती है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसके संकेत दिए। दिल्ली सरकार ने एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है जिसमें छोटे स्तर पर लॉकडाउन की इजाजत मांगी गई है। अगर केंद्र इजाजत देता है तो ज्यादा संक्रमण वाले इलाकों में लॉकडाउन लगाया जा सकता है। केजरीवाल ने कहा कि कुछ बाजारों में दिवाली के समय काफी लापरवाही देखने को मिली। लोग न मास्क पहन रहे थे, न सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रख रहे थे।
सीएम ने कहा कि अगर हमने पाया कि बाजारों में मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा और वो जगह कोरोना हॉटस्पॉट बन सकती है तो वहां पर कुछ दिनों के लिए बंद करने की इजाजत दिल्ली सरकार को दी जाए। ऐसा प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जा रहा है। शादियों में मेहमानों की संख्या 200 तक रखने की छूट दी गई थी लेकिन बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे 50 तक सीमित रखने का प्रस्ताव एलजी को भेजा गया है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा था कि राजधानी में कोविड की तीसरी लहर खत्म हो गई है। उन्होंने कहा था कि लॉकडाउन लगाने का कोई प्लान नहीं है। जैन ने कहा, “दिल्ली में फिर से लॉकडाउन नहीं लगेगा। मुझे नहीं लगता कि अभी ये प्रभावी कदम साबित होगा। सबका मास्क पहनना ज्यादा फायदेमंद है।”
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को काफी कम 3,797 नए मामले दर्ज हुए। अब यहां कुल मामलों की संख्या 4,89,202 हो गई है। दिल्ली में मामलों की कम संख्या राहत की बात है क्योंकि इससे पहले यहां रोज 8,500 से ज्यादा मामले दर्ज हो रहे थे। दिवाली के जश्न के बाद दिल्ली में 29,821 परीक्षण किए गए थे। कोरोना नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ दिल्ली में बड़े पैमाने पर चालान किए जा रहे हैं। अभी तक दिल्ली में मास्क न लगाने वाले लोगों के खिलाफ 45 करोड़ रुपये के चालान किए जा चुके हैं।