भरगैन : शहीद सैनिक मुहम्मद आरिफ खान (21) पुत्र सफी आलम खान, मुहल्ला अहमद थोक (पुरानी टंकी के पास) भरगैन, कासगंज के निवासी थे इनकी तैनाती जम्मू – कश्मीर 18 राइफल्स बटालियन में थी। 2017 में सेना में भर्ती हुए थे और आज प्रातः आठ बजे सीमा पर पाकिस्तान की ओर से हुई गोलाबारी में मात्र 21 साल की उम्र में शहादत हासिल की. शहीद सैनिक का पार्थिव शरीर गुजरात के वडोदरा पहुंचेगा। ये खबर सुनते ही समूचे भरगैन कस्बे में गहरी शोक की लहर छा गयी।
कहा जाता रहा है कि हिंदुस्तान का मुसलमान गद्दार है पर सच तो ये है कि जब जब भारत को ज़रूरत पड़ी है तब तब इस मुल्क के खातिर मुसलमानो ने अपना खून न्योछावर किया है। आरिफ खान की शहादत इस बात कि गवाही दे रही है कि बात जब भी वतन की होगी तो इस मुल्क का मुस्लमान क़ुरबानी देने के लिए कभी भी पीछे नहीं रहेगा। इसी क़स्बा भरगेन के और भी नौजवान पहले भी देश के लिए अपनी जान क़ुर्बान कर चुके हैं।