जामिया मिल्लिया इस्लामिया के सेंटर फॉर कल्चर, मीडिया एंड गवर्नेंस (सीसीएमजी) ने विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह के रूप में आज ‘‘एनकाउंटरिंग द सोशलः मस्केरेड्स, फ्लुइडिटीज़, एंड बीकोमिंग्स ऑफ़ पोस्टकैपिटलिज़्म ‘‘ विषय पर तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। डेलीज़्यू एंड गुआटारी स्टडीज़ इन इंडिया से मिलकर इसका आयोजन किया गया है।
इससे पहले 17 फरवरी को ’कान्फिग्यूरिंग द पोस्टह्यूमन टेक्नोसेप्सः वर्चुअल, डिजिटल, एंड माचिनिक’ शीर्षक पर तीन दिवसीय शिविर का भी आयोजन हुआ जिसमें में 60 से अधिक अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
सम्मेलन का उद्घाटन भाषण पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए के प्रोफेसर लियोनार्ड लॉरेल ने दिया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता सीसीएमजी की आनरेरी डायरेक्टर प्रो साईमा सईद ने की। कान्फ्रंेस के संयोजक प्रो विस्वाजीत दास और डा मनोज नएवाई ने स्वागत संबोधन किया। जापान के टेइको विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जोफ पी एन ब्रैडली ने प्रतिभागियों को सम्मानित किया। उद्घाटन समागम की अध्यक्षता प्रोफेसर जार्ज वर्गीस, अध्यक्ष, डेल्यूज़ एंड गुआटारी स्टडीज़ इन इंडिया ने की।
सम्मेलन का शीर्षक ‘‘एनकाउंटरिंग द सोशलः मस्केरेड्स, फ्लुइडिटीज़, एंड बीकोमिंग्स ऑफ़ पोस्टकैपिटलिज़्म ‘‘ है। इसमें तहत 15 समानांतर सत्र और 11 पूर्ण वार्ताएं आयोजित हुईं। जिसमें दुनिया भर और भारत के प्रतिभागियों ने 70 से अधिक पेपर पेश किए। कुछ प्रमुख सत्रों के विषय थेः पोस्ट-कैपिटलिज्म, माइक्रोपोलिटिक्स, न्यू मटीरियलिज़्म एंड एंथ्रोपोसीन, क्वेकिंग सिनेमैटिक्स, पैरासिटिक माइक्रो-टेक्नॉलॉजीज़ और डिजिटल सीरफेड, इकोसॉफी, स्पेस एंड सेमी-कैपिटलिज्म ।