भारतीय न्यूज़ टेलीविज़न में किसी भी चैनल की शोभा इसी बात से बढ़ती या घटती है कि उसके कार्यक्रमों में कौन-कौन से मेहमान भागीदारी करते हैं। किसी टीवी डिबेट को लोग तभी देखना पसंद करते हैं जब उसमें किसी हाई प्रोफाइल नेता या अभिनेता की भागीदारी होती है। कम लोगों को पता है कि किसी भी प्रोग्राम में मंच के पीछे काम करने वाले जिस एक शख्स का काम सबसे महत्त्वपूर्ण होता है वह होता है गेस्ट कोऑर्डिनेटर।
मेहमानों को प्रोग्राम या डिबेट में सही समय लाने और उन्हें चैनल से जोड़े रखने की जिम्मेदारी गेस्ट कोऑर्डिनेटर की ही होती है, और गेस्ट कोऑर्डिनेशन की दुनिया में भारतीय मीडिया का सबसे जाना पहचाना चेहरा है अतहरउद्दीन उर्फ़ मुन्ने भारती का जिन्होंने पिछले 18 वर्षों से इसी क्षेत्र में रहकर एक कीर्तिमान सा बना रखा है। सभी न्यूज़ चैनलों में गेस्ट कोऑर्डिनेटर्स मुन्ने भारती को एक मिसाल मानते हैं और उनसे बढ़िया कोऑर्डिनेशन के गुर सीखने की कोशिश करते हैं।
अतहरउददीन उर्फ़ मुन्ने भारती के पिता मो. कलामुद्दीन मूल रूप से वैशाली, बिहार के करनेजी गांव के रहने वाले हैं और माता हसीना बेगम समस्तीपुर जनपद की। इनके पिता उत्तर प्रदेश सरकार में सेल्स टैक्स विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर रहते हुए रिटायर्ड हो गए हैं . मुन्ने भारती का जन्म 26 अप्रैल 1971 को उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुआ। ये 4 भाई और 4 बहनों मे 7वें नम्बर पर हैं। उनकी लगभग पूरी शिक्षा बहराइच से ही हुई और वहीं ग्रैजुएशन के बाद पत्रकारिता की तरफ रुझान हुआ।
1989 में नई दिल्ली के सोवियत दूतावास में रेडियो मास्को द्वारा आयोजित रेडियो मास्को (ऍफ़ सी ) कॉन्फ्रेन्स डिप्लोमा में अतहरउद्दीन के नाम के साथ उनका उप नाम ‘भारती’ जुड़ा, क्योंकि तब दुनिया भर से जुटे पत्रकारों ने अपनी-अपनी भाषा में भाषण दिया। हिंदी और उर्दू में दिये गये भाषण में उनको भारतीय का ख़िताब दिया गया जो भारती के नाम से अब तक जाना जाता है।
1990 में बहराइच से प्रतिक्षण टाइम्स, दैनिक लोकरीति, एलोरा टाइम्स, बस्ती के साप्ताहिक समाचार पत्र ‘वतन का वफ़ादार’ गोंडा से दैनिक त्रिगुट, वाराणसी से प्रकाशित मासिक अपराध संग्रह इत्यादि कई अखबारों में लिखना शुरू किया। जब अखबारों और पत्रिकाओं में छपने लगे तो हौसला भी मिला। 1997 में दिल्ली आकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कदम रखा। जैन टीवी से शुरुआत करके जनमत टीवी (लाइव इंडिया), न्यूज़ 24 होते हुए पिछले 11 सालों में एनडीटीवी इंडिया में गेस्ट कोऑर्डिनेटर के पद पर मौजूद हैं। इस पद पर रहते हुए भी इनके एनडीटीवी की न्यूज़ वेबसाइट पर लिखना भी जारी रखे हैं।
मुन्ने भारती भारतीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कोऑर्डिनेशन की विधा को पूरी तरह से स्थापित करने की दिशा में प्रयत्नशील हैं। इस क्षेत्र में आने वाले नये साथियों के लिये उन्होंने ‘गेस्ट कोऑर्डिनेशन मंच’ की स्थापना की है जिसमें लगभग सभी चैनलों के गेस्ट कोऑर्डिनेटर मिलकर नये साथी की मदद कर उसको मज़बूत बनाने की पहल करते हैं। वे गेस्ट कोऑर्डिनेशन और मीडिया के अलावा समाजसेवा के क्षेत्र में भी काफी सक्रिय हैं।
मुन्ने भारती को पत्रकारिता और समाजसेवा क्षेत्र में कई बड़े सम्मानों से सम्मानित भी किया जा चुका है, जिसमें अपनी जान पर खेलकर एक व्यक्ति की जान बचाना, कड़कड़ाती ठण्ड में रात में सड़कों, अस्पतालों, रेलवे स्टेशनों इत्यादि में गरीबों को ढूंढ कर कम्बल उढ़ाना, गरीबों का ईलाज कराना , गरीब बच्चो की स्कूल की फीस जमा करना आदि शामिल है। वे अपने पैतृक गांव करने जी को विकसित करने की कोशिश में भी हैं और उनका सपना उस गांव को दिल्ली जैसा बनाने का है। इनके प्रयास से सरकारी अस्पताल भवन निर्माण, सरकारी स्कूल भवन निर्माण, सड़क व लाइट आदि की व्यवस्था जैसे करोड़ों रुपयों के काम जनहित में कई राज्यसभा सांसदों के सहयोग से हो चुके हैं