कांग्रेस के आरोप पर केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में उपनेता राजनाथ सिंह ने कहा कि हम लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करते हैं और कर्नाटक में सरकार पर आए संकट से हमारा कोई लेना-देना नहीं है.
लोकसभा में सोमवार को कांग्रेस दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कर्नाटक संकट का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी पर सूबे की कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिराने का आरोप लगाया. इसका जवाब देते हुए सदन के उपनेता राजनाथ सिंह ने कहा कि हम लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन करते हैं और कर्नाटक में सरकार पर आए संकट से हमारा कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन सरकार पर निशाना साधते हुए अधीर रंजन ने सदन में ऐसा कुछ कह दिया जिससे पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा.
दरअसल, अधीर रंजन ने कर्नाटक संकट का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वहां सरकार गिराने के लिए दल-बदल की कोशिश की जा रही है और इसके लिए केंद्र सरकार साजिश रच रही है. चौधरी ने कहा कि यह सरकार लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रही है और आपकी पार्टी के नेताओं का इसमें हाथ है. उन्होंने कहा कि आपके पास 303 सांसद हैं लेकिन आपका पेट नहीं भरा है, आपका पेट और कश्मीरी गेट बराबर हो गया है. चौधरी के यह कहते ही विपक्ष के सांसद मेज थपथपाने लगे और पूरा सदन ठहाकों से गूंज गया.
केंद्र सरकार का पक्ष रखते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि कर्नाटक से हमारी पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है और प्रलोभन देकर आजतक हमने दल-बदल कराने की कोशिश नहीं की है. संसदीय लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखने के लिए हम लोग प्रतिबद्ध हैं. राजनाथ सिंह ने कहा कि त्यागपत्र का सिलसिला हम लोगों ने चालू नहीं किया ये सिलसिला कांग्रेस में राहुल गांधी ने शुरू किया है और वही सिलसिला लगातार चल रहा है. उन्होंने ही बड़े-बड़े नेताओं से इस्तीफा देने के लिए कहा था, जिसके बाद कांग्रेस में कई बड़े नेता अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं.
क्या है कर्नाटक का संकट
कर्नाटक में एक बार फिर सियासी संकट जोर पकड़ रहा है. यहां सत्ताधारी गठबंधन में शामिल कांग्रेस और जेडीएस के कुल 13 विधायकों के इस्तीफे के बाद एचडी कुमारस्वामी की सरकार खतरे में आ गई है. भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर राज्य में सरकार बनाने को लेकर सक्रिय होती दिख रही है. हालांकि इस बीच कुमारस्वामी ने सरकार पर संकट को खबरों को दरकिनार करते हुए कहा कि सरकार सुचारू ढंग से चल रही है और उस पर कोई संकट नहीं है.