समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, सिटी एंड काउंटी बोर्ड आफ सुपरवाइजर्स के 11 सदस्यों के दल ने मंगलवार को सर्वसम्मति से इस उत्पाद की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में वोट दिया.
अमेरिकी शहर सैन फ्रांसिस्को इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (ई-सिगरेट) पर प्रतिबंध लगाने वाला देश का पहला प्रमुख शहर बन गया है. इस निर्णय ने पारंपरिक दुकानों और ऑनलाइन रिटेलर्स, दोनों को प्रभावित किया है. समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, सिटी एंड काउंटी बोर्ड आफ सुपरवाइजर्स के 11 सदस्यों के दल ने मंगलवार को सर्वसम्मति से इस उत्पाद की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में वोट दिया. उन्होंने तर्क दिया कि ई-सिगरेट युवाओं में लोकप्रिय हो रही है और यह उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है.
यह विरोधाभास हालांकि अभी भी बना हुआ है कि देश के सबसे प्रगतिशील स्थानों में शामिल इस शहर ने ई-सिगरेट पर तो प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन पारंपरिक तंबाकू (विशेषज्ञों द्वारा अपेक्षाकृत ज्यादा नुकसानदायक करार) के साथ ही गांजा की बिक्री बिना किसी परेशानी जारी है. कैलिफोर्निया में शौकिया तौर पर गांजा का उपयोग पिछले साल से वैध है.
यह तर्क देने वाले लोगों के जवाब में इस प्रतिबंध का बचाव करने वालों ने बार-बार इस बात पर जोर दिया कि ई-सिगरेट विशेष रूप से किशोरों को आकर्षित करती है. एक तथ्य यह भी है कि देश में सबसे बड़ी ई-सिगरेट निर्माता कंपनी जूल लैब्स सैन फ्रांसिस्को में स्थित है.
क्या है ई-सिगरेट के नुकसान
– एक शोध शोध के मुताबिक जो लोग ई सिगरेट का सेवन करते हैं, उन्हे हार्ट अटैक से होने वाला खतरा 56 प्रतिशत तक बढ़ जाता है.
– लंबे समय तक ई सिगरेट का सेवन करना बहुत ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. ई सिगरेट से ब्लड क्लॉट की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है.
– ई सिगरेट में निकोटीन की मात्रा ज्यादा होती है और सिगरेट के समान इसमें से भी टाक्सिक कंपाउंड निकलते हैं. ऐसा कहा जाता है कि निकोटीन के कारण हमारा ब्लड प्रेशर सामान्य से काफी ज्यादा बढ़ जाता है.