यमन: यमन के एक गैस स्टेशन में हुए विस्फोट में कम से कम 58 लोग मारे गए और घायल हुए। एक चिकित्सा स्रोत और एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि यमन के अल-बायदा प्रांत में एक गैस स्टेशन और एक गैस भंडारण टैंक में हुए विस्फोट में 58 लोग मारे गए और घायल हुए। रॉयटर्स के अनुसार, इस घटना में आठ लोगों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए।
Explosion at a gas station in Yemen’s central province of Al-Bayda killed at least 10 people and injured more than 65 today, a local government official said.
The explosion also caused a fire at two neighboring gas stations, as well as in nearby shopping malls.
The gas station… pic.twitter.com/nV7nFZFer0
— 世紀末の魔術師 (@Preside88177491) January 12, 2025
वहीं इससे पहले यमन की राजधानी सना में रविवार (3 सितम्बर) की रात को एक गैस स्टेशन में धमाका हुआ, जिससे पूरा शहर दहल उठा। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हूथी-नियंत्रित यमन की राजधानी सना में एक गैस स्टेशन पर एक बड़ा विस्फोट हुआ। विस्फोट इतना तेज था कि जआसपास भयंकर आग लग गई।
यह विस्फोट सना के मुफजेर गैस स्टेशन पर हुआ था, जो राजधानी के उत्तरपूर्वी हिस्से में अल-खुराफी सैन्य शिविर के पास स्थित है। हूथी-बलों ने हादसे वाले पूरे क्षेत्र को घेर लिया। घटना की जानकारी होते ही बचावकर्मियों ने फौरन प्रतिक्रिया देते हुए स्थिति पर नियंत्रण पाने की कोशिश की।
विस्फोट इतना तेज था कि बहरा होने का अहसास हुआ। वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शी ने घटना पर अपने विचार व्यक्त किए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा, विस्फोट इतना तेज था कि हमें बहरा होने का अहसास हुआ। विस्फोट की आवाज को पूरे शहर में सुना गया और इसके बाद लगी आग मीलों दूर से दिखाई दे रही थी।’ हादसे में फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
वहीं इससे पहले 1 जनवरी को यूएस और यूके ने यमन पर 6 एयरस्ट्रइक किए थे। यह हमले राजधानी सना पर किए गए थे। ईरान की न्यूज एजेंसी मेहर के मुताबिक अमेरिकी-ब्रिटिश आक्रमण के हवाई हमलों के टारगेट में से एक ’21 सितम्बर’ पार्क था, जो पहले फर्स्ट आर्म्ड फोर्सेस का हेडक्वार्टर था। इससे पहले मंगलावर को भी यमन पर कई हमले किए गए थे।