कानपुर: नेता विकास के लिए चुने जाते हैं और इलाके का विकास आपके मेयर, चेयरमैन और एमएलए के कंधों पर होता है. क्या हो अगर आपके मेयर मुस्लिम इलाकों का दौरा करते हुए मंदिरों की खोज करने लगें? जी हां, यह बात सच है, उत्तर प्रदेश के जिला कानपुर में भारतीय जनता पार्टी की मेयर इसी काम पर लगी हुई हैं. वह शहर के अलग-अलग मुस्लिम इलाकों में जाकर मंदिरों को खोज रही हैं.
ज़ी सलाम की खबर के अनुसार, मेयर प्रमिला पांडे सिर पर हेलमेट पहने और साथ में पुलिस अफसरों को लिए मुस्लिम इलाकों का दौरा कर रही हैं. उन्हें तलाश है 125 मंदिरों की, जो कहीं विलुप्त हो गए हैं. उन्होंने अब अहद लिया है कि वह इन मंदिरों को ढूंढकर रहेंगी और इसकी वजह से वह मुस्लिम इलाकों में घूंम रही हैं.
मेयर प्रमिला पांडे का काफी लोग विरोध भी कर रहे हैं, मुस्लिम धर्मगुरुओं ने उनसे ऐसा न करने की अपील की है और कहा है कि ऐसा करने से माहौल खराब होगा. धर्मगुरुओं ने पुलिस से गुहार लगाई है कि मेयर के इस तलाशी अभियान को रोका जाए. लेकिन, बीजेपी मेयर प्रमिला पांडे ने ठान ली है कि बाद में सारे काम, पहले मंदिरों को ढूंढा जाए.
मुस्लिम धर्म गुरुओं ने कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार को खत लिखा था और वह कमिश्नरेट ऑफिस पहुंचे थे. जहां, जॉइंट पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र ने मिलकर उनकी शिकायत पर उन्हें आश्वस्त किया था.
बता दें, हाल ही में देश में मस्जिदों में मंदिर ढूंढने का सिलसिला जारी है. संभल के चंदौसी में एक साइट पर खुदाई चल रही है और इसी वजह से मेयर ने यह अभियान कानपुर में चलाने का फैसला किया है. उनकी मेहनत रंग भी लाई, उन्होंने एक मंदिर ढूंढ भी निकाला.
उन्होंने टॉर्च के जरिए मंदिर के अंदर का जायजा लिया और बाहर निकलकर मीडिया से कहा कि मूर्तियां खंडित हैं. इस मंदिर की साफ सफाई कराई जाएगी और बाहर गेट लगवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि वह किसी को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती हैं.
मेयर ने आगे कहा कि वह इतना चाहती हैं कि जो मंदिर विलुप्त हो रहे हैं या फिर किन्हीं वजहों से विलुप्त हो गए हैं, वह अस्तित्व में आएं, उसमें दोबारा पूजा अर्चना होने लगे और साफ सफाई करा कर गेट लगवाया जाए.