देहरादून: उत्तराखंड सरकार राज्य में चल रहे मदरसों के खिलाफ एक्शन में है. यहां कई मदरसे फर्जी बताए गए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुछ दिनों पहले सभी पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए थे कि सभी जिलों में मदरसों की जांच की जाए. इन कप्तानों ने सरकार के आदेश का पालन किया है और राज्य में कई फर्जी मदरसों को ढूंढ निकाला है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, उधम सिंह नगर जिले में 129 मदरसे फर्जी बताए गए हैं. इसी तरह से देहरादून में लगभग 60 मदरसे फर्जी बताए गए हैं. हरिद्वार में लगभग 21 मदरसे फर्जी बताई जा रही हैं. मामले पर मुख्यमंत्री का कहना है कि इस मामले की ज्यादा जानकारी नहीं आई है. लेकिन कोई भी अवैध और फर्जी तरीके से गतिविधि नहीं होगी.
उत्तराखंड में फर्जी मदरसों के पाए जाने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि “अगर गलत तरीके से फंडिंग हो रही है, तो इसकी जांच कराई जाएगी. नियमों को ताक पर रखकर अगर कोई काम किया जाएगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.”
प्रदेश में मदरसों की जांच को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि जब भी चुनाव आते हैं, तभी ऐसी गतिविधियां क्यों होती हैं. अगर जांच करनी है तो सिर्फ मदरसों की ना की जाए, बल्कि निजी स्कूलों की भी की जाए, क्योंकि वहां भी बड़े पैमाने पर नियमों को ताक पर रखा जाता है.
इससे पहले उत्तराखंड सरकार ने मदरसों में बड़ा बदलाव करते हुए कहा था कि मदरसों में अब अरबी, उर्दू के साथ-साथ संस्कृत भी पढ़ाई जाएगी. इस पर उलेमा ने कहा था कि मदरसों में संस्कृत पढ़ाना कोई गलत बात नहीं है. लेकिन इसे प्रशासन की तरफ से थोपा नहीं जाना चाहिए.