रायपुर: पत्रकार मुकेश चंद्राकर के परिवार को 10 लाख की सहायता सरकार देगी. सरकार मुकेश चंद्राकर के नाम से पत्रकार भवन का निर्माण करेगी, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ऐलान किया.
सीएम साय अपने दौरे पर रवाना हुए, इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “छत्तीसगढ़ के सभी लोगों को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं… आज हम बलरामपुर जा रहे हैं जहां हम नवनिर्मित भाजपा कार्यालय का उद्घाटन करेंगे और रातापानी महोत्सव का भी शुभारंभ करेंगे… हम पत्रकार मुकेश चंद्राकर के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता देंगे और उनके नाम पर पत्रकार भवन भी बनवाएंगे.
#WATCH रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, “छत्तीसगढ़ के सभी लोगों को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं…आज हम बलरामपुर जा रहे हैं जहां हम नवनिर्मित भाजपा कार्यालय का उद्घाटन करेंगे और रातापानी महोत्सव का भी शुभारंभ करेंगे…हम पत्रकार मुकेश चंद्राकर के… pic.twitter.com/JRdobz8mAo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 14, 2025
बता दें कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को गिरफ्तार कर लिया गया है. एसआईटी ने उसे हैदराबाद से अरेस्ट किया है. बीजापुर के एसपी जितेंद्र सिंह यादव ने इसकी पुष्टि की है.
बीजापुर के एसपी जितेंद्र सिंह यादव ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि मुकेश चंद्राकर का शव 3 जनवरी को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की प्रॉपर्टी पर स्थित सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ था. मुकेश 1 जनवरी से लापता थे. पुलिस ने मुकेश की तलाश के लिए सुरेश चंद्राकर के घर पर छापा मारा था. जांच के दौरान वहां सेप्टिक टैंक से एक शव बरामद हुआ. शव की हालत काफी खराब थी, लेकिन कपड़ों से उसकी पहचान पत्रकार मुकेश चंद्राकर के रूप में हुई.
1 जनवरी को सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश ने मुकेश को बुलाया था. इसके बाद से मुकेश का फोन बंद था. बीजापुर पुलिस को मुकेश का शव सुरेश चंद्राकर की प्रॉपर्टी पर बने हुए एक सेप्टिक टैंक से बरामद किया था. बस्तर में ठेकेदार लॉबी का बड़ा दबदबा है.
आरोप है कि ठेकेदार सरकारी अधिकारियों को घूस देकर बड़े-बड़े प्रोजेक्ट्स हासिल करते हैं. इन गतिविधियों को उजागर करने वाले पत्रकारों को धमकियां और खतरों का सामना करना पड़ता है. इस संदिग्ध मौत ने बस्तर में मीडिया और ठेकेदार लॉबी के बीच तनावपूर्ण संबंधों को उजागर किया है.
पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के करप्शन को उजागर किया था. ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को बस्तर में 120 करोड़ की सड़क बनाने का ठेका मिला था. पत्रकार मुकेश की हत्या की खबर के बाद ठेकेदार के खिलाफ जांच का आदेश दिया गया था. इसके बाद एक जनवरी से मुकेश चंद्राकर का कुछ भी पता नहीं चल रहा था.
दावा है कि आखिरी बार कॉल करके ठेकेदार सुरेश चंद्रकार के भाई रितेश ने मुकेश को कॉल किया था. इसके बाद 1 जनवरी से ही मुकेश चंद्राकर का फोन स्विच ऑफ आता रहा. दावा है कि टैंक में शव को डालकर उसके ऊपर प्लास्टर कर दिया गया था, जिसके बाद पुलिस को शक हुआ.
पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को गिरफ्तार में लिया गया है, आरोपी वारदात के बाद से फरार था. आरोपी को SIT ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया था.