बीजापुर: तीन दिनों से लापता पत्रकार मुकेश चंद्राकर की लाश घर से 2 किमी और बीजापुर थाने से पांच किमी की दूरी पर चट्टानपारा इलाके में सेप्टिक टैंक में मिली है. लाश मिलने की सूचना पर पुलिस ने मौके की घेराबंदी कर जांच में जुटी है.
जनता से रिश्ता की खबर के अनुसार, बता दें कि मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी की शाम टी-शर्ट और शॉर्ट्स में घर से बाहर निकले थे. कुछ देर के बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया. रात तक घर नहीं लौटने पर उनके भाई और पत्रकार युकेश चंद्रकार ने करीबियों के घर, शहर में अलग-अलग जगह पता लगाया. कोई खबर नहीं मिलने पर युकेश चंद्रकार ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
मुकेश हमें माफ कर देना😔😔😔
शहर के पत्रकारों की वजह से मुकेश की हत्या हुई…!
क्योंकि हम जैसे अधिकांश लोग वहां जाकर उन्हीं का खाकर, उन्हीं के व्यवस्था पर रुक कर, उन्हीं के संबंधों को भुना कर दिखावे का झंडा गाड़ने की कोशिश करते हैं, और स्थानीय पत्रकार को छोड़ देते हैं दुश्मनी… pic.twitter.com/KjXNb5u9LQ— Dr. Awadhesh Mishra (@AwadheshMishra_) January 3, 2025
मुकेश के गुमशुदगी रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए IG सुंददराज पी ने आज शाम तक स्थिति स्पष्ट होने की बात कही थी. उन्होंने मीडिया से चर्चा में बताया था कि टीम को पड़ताल के लिए एक्टिव किया गया है. जानकारी पर एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी. इसके अलावा पुलिस की एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया था.
बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर अब हमारे बीच नहीं रहें
ठेकेदार घर के सेप्टिक टैंक में मुकेश भैया का शव मिला है ।
इतनी हिम्मत कैसे हुई ऐसे ठेकेदार की ?
गुस्से से ज्यादा दुख हो रहा है pic.twitter.com/0ylmBpkGlY— Ravi Miri (Vistaar News) (@Ravimiri1) January 3, 2025
पिछले तीन दिनों से लापता बीजापुर, छत्तीसगढ़ के युवा और साहसी पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का समाचार अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है. मुकेश चंद्राकर एक निडर और सत्य एवं न्याय के लिए प्रतिबद्ध पत्रकार थे. उनके असमय निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं. यह घटना न केवल पत्रकारिता जगत के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ी क्षति है.
पिछले तीन दिनों से लापता बीजापुर, छत्तीसगढ़ के युवा और साहसी पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का समाचार अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है। मुकेश चंद्राकर एक निडर और सत्य एवं न्याय के लिए प्रतिबद्ध पत्रकार थे।
उनके असमय निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके परिवार के प्रति अपनी…
— T S Singhdeo (@TS_SinghDeo) January 3, 2025
प्रशासन से मांग हैं कि इस मामले की गहराई से जाँच की जाए और दोषियों को अविलंब कड़ी सज़ा दी जाए. पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए. मुकेश चंद्राकर जी की यादें हमेशा जीवित रहेंगी. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.