“मॅाब लिंचिंग का क्या कोई हल नहीं है”: कलीमुल हफीज
पिछले पांच साल में मॅाब लिंचिंग की सैकड़ों घटनाएं हो चुकी हैं। जिनमें लगभग 300 लोग मौत के मुंह में जा चुके हैं। दो चार को छोड़कर बाक़ी में मुसलमान ही...
तालीम के चिराग़ जलाते हुए चलो
लॉक-डाउन में ऑन-लाइन तालीम : इमकानात व मसायल
कलीमुल हफ़ीज़
लॉक-डाउन में ज़िन्दगी के तमाम शोबे मुतास्सिर हुए हैं। लेकिन तालीम का शोबा सबसे ज़्यादा मुतास्सिर हुआ है और अभी दूर-दूर तक स्कूल...
चाँद पर रोना बंद करो, जीतने के लिए अन्य दुनिया भी हैं!
चलो कोई बात नहीं…चंद्रयान-2 एक बड़ी उपलब्धि है! बहुत बड़ी! मैं अंतिम मिनट की गड़बड़ के बारे में सभी के रोना-धोना को समझने में विफल रही जिसने देखा कि एक अरब...
अभी चलते हैं ज़रा राह तो हमवार करो
कलीमुल हफ़ीज़
भारत में मुसलमानों की तादाद और अनुपात को सब जानते हैं। आम मुसलमान अपनी तादाद पर फ़ख़्र करते हुए समझता है कि उसे भारत से कौन निकाल सकता है? हालाँकि...
दिल्ली इलेक्शन : बहुत कठिन है डगर पनघट की
दिल्ली में आम आदमी की पाँच साला कारकर्दगी को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि अरविन्द जी बहुत आसानी से तीसरी बार मुख्यमन्त्री बन जाएँगे। मगर ज्यों-ज्यों इलेक्शन क़रीब आ...
यह मिट्टी बड़ी ज़रखै़ज़ है, यहां फ़सल हो सकती है: कलीमुल हफ़ीज़
कलीमुल हफ़ीज़
मुमकिन नहीं कि शामे-अलम की सहर न हो
मिल्लत का जायज़ा लेने से मालूम होता है कि मिल्लत में बहुत सी कमज़ोरियां हैं, जिनकी गिनती करना मुश्किल है। नुमायां कमज़ोरियों में...
यूपी सरकार के दावों और राज्य की ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट पुलिस’ के बाद भी कानपुर...
अपराधियों और राजनीति के बीच हमेशा से गहरा संबंध रहा है। कोई भी राजनीतिक दल अपराधियों से मुक्त होने का दावा नहीं कर सकता है। इसके प्रमाण समय-समय पर सामने आते...
आज कल होता गया और दिन हवा होते गए || कलीमुल हफ़ीज़
कलीमुल हफ़ीज़
दुनिया में रोशनी की रफ़्तार बहुत तेज़ है। अंतरिक्ष में रोशनी की रफ़्तार 299,792,458 मीटर प्रति सेकंड है। लेकिन रोशनी की रफ़्तार से भी ज़्यादा तेज़ रफ़्तार वक़्त की है।...
ज़िंदा रहने की ये तरकीब निकाली मैं ने : अलीना इतरत
-अलीना इतरत
ज़िंदा रहने की ये तरकीब निकाली मैं ने
अपने होने की ख़बर सब से छुपा ली मैं ने
जब ज़मीं रेत की मानिंद सरकती पाई
आसमाँ थाम लिया जान बचा ली मैं ने
अपने...
“सुदर्शन न्यूज़ का जवाब UPSC में कामयाब होकर मुल्क की ख़िदमत करना है” :...
कलीमुल हफ़ीज़
सुदर्शन न्यूज़ ने यूपीएससी जिहाद पर सिलसिलेवार कुछ एपिसोड्स पेश करके देश का भला किया हो या न किया हो, लेकिन मुसलमानों का भला ज़रूर कर दिया है। इसलिये कि...
ऐसा कहाँ से लाऊँ कि तुझसा कहूँ जिसे
मेरे उस्ताद-ए-मोहतरम मरहूम मौलाना मिंजारूल हसन साहब का इस दुनिया से चले जाना मेरी बस्ती के लिए एक ख़सारे से कम नहीं जिसकी आने वाले वक़्त में शायद ही कोई दूसरा...
आख़िर हिन्दुस्तानी मुसलमान को इस हाल तक पहुँचा देने का ज़िम्मेदार कौन है?
"ख़न्दाज़न मेरे लबे-गोया पे है दर्दे-निहाँ"
(नफ़ा पहुँचाने वालों को अल्लाह ज़मीन में पाएदारी अता करता है)
कलीमुल हफ़ीज़
राम-मन्दिर की आधार शिला के बाद हिन्दुस्तानी मुसलमान ख़ुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे...
सर सैयद को सच्ची श्रद्धांजलि इल्म का चिराग़ रोशन करना है
दुनिया में इंसानी नस्ल का सिलसिला हज़रत आदम अ० से शुरू होता है और यह बात सिर्फ़ ख़ुदा को मालूम है कि कब ख़त्म होगा। लाखो इंसान दुनिया में रोज़ आते...
देश में चर्चा और असहमति की गुंजाइश कम होती जा रही है: अमर्त्य सेन
नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ किसानों के आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि कोई व्यक्ति जो सरकार को पसंद नहीं आ रहा है, उसे सरकार द्वारा आतंकवादी...
समाधान और संदेश
दशकों से चला आ रहा अयोध्या का राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद समाधान की ओर बढ़ चला है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में इसकी सुनवाई पूरी हो गई। कोर्ट ने फैसला सुरक्षित...
अपनी आजा़दी को हम हरगिज़ गंवा सकते नहीं
-कलीमुल हफ़ीज़
आज़ादी इंसान का पैदाइशी हक़ है। आजा़दी का एहसास और आजा़दी का लज्ज़त बहुत बड़ी नेमत है। मगर इंसानी फि़तरत में यह बात भी शामिल है कि वह अपनी आज़ादी...