स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट जगत में एक नया नाम उभरकर सामने आया, जिसके बारे में जानने की लोगों की बेकरारी देखते ही बनी। हम बात कर रहे हैं भारतीय महिला क्रिकेट टीम की युवा ओपनर प्रतीका रावल की, जिन्होंने बुधवार को आयरलैंड के खिलाफ अपने वनडे करियर का पहला शतक ठोका और चर्चा का केंद्र बन गईं। 24 साल की महिला क्रिकेटर के बारे में लोगों की दिलचस्पी का अंदाजा गूगल ट्रेंड्स के बलबूते जानने को मिला।
क्या कमाल किया
प्रतीका रावल ने बनाए रिकॉर्ड्स
- प्रतीका रावल वनडे करियर की शुरुआती 6 पारियों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला बैटर बन गईं हैं। रावल ने 6 पारियों में 444 रन बनाए। उन्होंने इंग्लैंड की पूर्व कप्तान चार्लोट एडवर्ड्स का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 6 पारियों में 434 रन बनाए थे।
- प्रतीका रावल ने भारतीय महिलाओं में तीसरा सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर बनाया। भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत वनडे स्कोर का रिकॉर्ड दीप्ति शर्मा के नाम दर्ज है, जिन्होंने 2017 में आयरलैंड के खिलाफ बनाया था इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हरमनप्रीत कौर हैं, जिन्होंने 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 171 रन बनाए थे। अब 154 रन के साथ प्रतीका रावल इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर जुड़ गई हैं।
- रावल-मंधाना की साझेदारी महिला वनडे इतिहास में भारत के लिए तीसरी सर्वश्रेष्ठ है। दीप्ति शर्मा और पूनम रउत ने 2017 में 320 रन की साझेदारी की थी, जो सर्वश्रेष्ठ है। रेशमा गांधी और मिताली राज ने 1999 में आयरलैंड के खिलाफ 258 रन की साझेदारी की थी। दोनों पहले विकेट की साझेदारियां मंधाना-रावल से ऊपर हैं।
रोकच फैक्ट्स
- 2018 के बाद से महिला वनडे में शतक बनाने वाली दूसरी भारतीय सलामी बल्लेबाज बनीं प्रतीका रावल
- पहली छह वनडे पारियों में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली दुनिया की पहली महिला खिलाड़ी बनीं प्रतीका रावल
- घरेलू मैदान पर प्रतीका रावल ने सबसे बड़ा (154) व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी
- वनडे में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाली तीसरी भारतीय खिलाड़ी बनीं प्रतीका रावल
भारत की खोज पूरी
बता दें कि प्रतीका रावल के रूप में भारतीय महिला क्रिकेट टीम के ओपनर की खोज पूरी हो गई है। प्रतीका रावल को भारतीय क्रिकेट का भविष्य माना जा रहा है और उन्होंने निरंतर बेहतर प्रदर्शन करके इसे बखूबी साबित भी किया है। भारतीय टीम से शैफाली वर्मा बाहर चल रही हैं, जिन पर पहले ओपनिंग का दारोमदार था। मगर खराब प्रदर्शन के कारण शैफाली को टीम से ड्रॉप किया गया।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने प्रिया पूनिया सहित कई महिला बैटर्स को ओपनिंग पर चांस दिया, लेकिन कोई भी सफल नहीं हुआ। इस कमी को प्रतीका रावल दूर करती हुई नजर आईं। प्रतीका रावल के शुरुआती 6 पारियों के स्कोर क्रमश: 40, 76,18,89, 67 और 154 रन शामिल हैं। निरंतर बेहतर प्रदर्शन के आंकड़े साफ दर्शा रहे हैं कि भारतीय महिला टीम के ओपनर की खोज पूरी हो गई है।
भारत ने बनाया रिकॉर्ड
प्रतीका रावल की उम्दा बल्लेबाजी के दम पर भारतीय टीम ने रिकॉर्ड बना दिया। भारत ने अपने वनडे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर बनाया। राजकोट में भारत ने आयरलैंड के खिलाफ तीसरे वनडे में निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 435 रन बनाए। भारतीय महिलाओं ने पुरुषों को पछाड़ते हुए वनडे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर बनाया। भारतीय पुरुष टीम का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 50 ओवर में 418/5 है, जो उसने 2011 में इंदौर में वेस्टइंडीज के खिलाफ बनाए थे।
भारतीय महिला टीम के टॉप-5 सर्वोच्च वनडे स्कोर
- 15 जनवरी 2025 – 435/5, भारत बनाम आयरलैंड, राजकोट
- 12 जनवरी 2025 – 370/5, भारत बनाम आयरलैंड, राजकोट
- 15 मई 2017 – 358/2, भारत बनाम आयरलैंड, पोचफ्स्ट्रूम
- 24 दिसंबर 2024 – 358/5, भारत बनाम वेस्टइंडीज, वडोदरा
- 21 सितंबर 2022 – 333/5, भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, बेंगलुरु
क्रिकेटर बनने की कहानी दिलचस्प
प्रतीका रावल के क्रिकेटर बनने की कहानी बेहद दिलचस्प रही है। बीसीसीआई वुमन ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें प्रतीका ने बताया था कि जब वह तीसरी क्लास में थी, तभी से क्रिकेट में उनकी गहरी दिलचस्पी थी। उनके परिवार में सभी लोग पढ़ाई में बहुत अच्छे थे और यही वजह रही कि वो क्रिकेट के साथ-साथ अपनी पढ़ाई पर भी फोकस्ड रहीं।
प्रतीका ने बताया कि जब वह 9वीं क्लास में थी, तब उन्हें साइकोलॉजी (मनोविज्ञान) में दिलचस्पी बढ़ी। वह जानना पसंद करती थी कि व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है। प्रतीका ने 12वीं क्लास सीबीएसई से की और 92.5 प्रतिशत अंक लेकर आईं। इसके बाद उन्होंने साइकोलॉजी के बारे में काफी कुछ पढ़ा। इससे संबंधित कई वेब सीरीज देखीं।