तिरुवनंतपुरम: केरल में आजाद भारत की अब तक की सबसे बड़ी वारदात सामने आई है। यहां के पथानामथिट्टा जिले की रहने वाली 13 साल की लड़की के साथ 70 लोगों ने 5 वर्ष तक दुष्कर्म किया। लड़की अंदर से टूट चुकी थी। पुलिस में शिकायत करने से घबराती रही। आखिर में वह मेंटल ट्रॉमा में चली गई, जिसके बाद उसे हर पुरुष में हैवान नजर आने लगा। आखिरकार उसने 18 साल की होने पर हिम्मत जुटाई और स्कूल काउंसलिंग में अपनी दर्दनाक कहानी सुनाई। जिसने भी पीड़िता की कहानी सुनी, उसके रौंगटे खड़े हो गए।
न्यूज़1 इंडिया की खबर के अनुसार, केरल के पथानामथिट्टा में एक हैरान कर देने वाली वारदात सामने आई है। यहां के पुलिस स्टेशन पर 18 साल की लड़की पहुंची। लड़की ने अपनी शिकायती पत्र में जो दास्तान बताई, उसे पढ़कर पुलिसवालों के पैरों तले जमीन खिसक गई। लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके साथ पिछले पांच सालों तक 70 लोगों ने दुष्कर्म किया। आरोपी उसे अपने घर पर ले जाते और दरिंदगी करते। लड़की ने पुलिस को बताया कि 13 साल की उम्र से उसके साथ दुष्कर्म किया जाता रहा। लड़की के नाबालिग होने के चलते एफआईआर (FIR) पथानामथिट्टा बाल कल्याण समिति के जरिए दर्ज करवाई गई है।
केरल महिला आयोग (केडब्ल्यूसी) पथानामथिट्टा जिले के अध्यक्ष एन राजीव ने बताया कि सीडब्ल्यूसी ने इस मुद्दे पर पथानामथिट्टा एसपी के पास शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और जिले भर के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में मामले दर्ज किए गए हैं। पथानामथिट्टा जिले के यौन शोषण के मामले में पुलिस ने अब तक 65 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस का कहना है कि अभी कुछ और लोगों की गिरफ्तारी बाकी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही बचे हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। आरोपियों पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज किए गए हैं। डीएसपी के रैंक के पुलिस अफसर पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।
पीड़ित लड़की ने बताया कि उसका पहली बार यौन शोषण 2019 में उसी के स्कूल में पढ़ने वाले एक लड़के ने किया था। उस समय मेरी उम्र महज 13 साल थी। इसके बाद यौन शोषण करने वाले लड़के ने अपने दोस्तों को बताया, लड़की के बारे में जानकारी दी तो उन्होंने भी बच्ची को ब्लैकमेल कर हवस का शिकार बनाया।
लड़की का सिलेक्शन स्पोर्ट्स में हो गया। स्पोर्ट्स टीम में शामिल होने से लड़की ने कोच को अपनी आपबीती सुनाई। लेकिन कोच ने मदद करने के बजाय, बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाया। लड़की ने दुष्कर्म की जानकारी अपने रिश्तेदारों को दी। पर उन्होंने भी लड़की का यौन शोषण किया।
पथानामथिट्टा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव एन. के अनुसार, लड़की ने पहली बार स्कूल काउंसलिंग सत्र में अपने साथ हुए यौन शोषण के बारे में बताया। बाल कल्याण समिति के हस्तक्षेप के बाद पुलिस मामला दर्ज किया गया।
लड़की के साथ यौन उत्पीड़न करने वाले ज्यादातर आरोपी कोच, सहपाठी और स्थानीय निवासी हैं। जिले के विभिन्न पुलिस थानों में पोक्सो अधिनियम सहित अन्य मामलों में मामले दर्ज किए गए हैं। फिलहाल लड़की बाल कल्याण समिति के पास है। समिति से जुड़े पदाधिकारी हर आरोपी को सजा दिलाए जाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस भी कार्रवाई कर रही है।