इस्लामाबाद: पाकिस्तान में मुस्लिम लड़कियों की तालीम को लेकर एक वर्ल्ड लेवल का समिट हुआ है. इसमें मुस्लिम लड़कियों की तालीम हासिल करने पर जोर दिया गया है. इसी के पेशे नजर दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा ने मुस्लिम बिरादरी में लड़कियों की तालीम पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी करने में पाकिस्तान की भूमिका की तारीफ की है.
इसके अलावा, मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख डॉ. मुहम्मद बिन अब्दुल करीम अल-इसा ने इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के इस बयान की तारीफ की है. ये बयानबाजियां मशहूर लोगों की तरफ से इस्लामाबाद की अपनी यात्रा के समापन पर की गईं. इन सभी लोगों ने यहां प्रोग्राम में हिस्सा लिया था. इसमें 44 मुस्लिम और सहयोगी देशों के 150 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था.
Secretary-General Highlights OIC’s Longstanding Policy and Commitment to Ensuring and Promoting Girls Education in the Muslim Societies at the International Conference in Islamabad: https://t.co/1YZJRQvFGG pic.twitter.com/JvHGctLgzC
— OIC (@OIC_OCI) January 12, 2025
ज़ी सलाम की खबर के अनुसार, इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि यह पहल मुस्लिम दुनिया में तालीम की क्वालिटी बढ़ाने और औरतों की ताकत को बढ़ावा देने के मकसद से की जा रही कोशिशों को बढ़ावा देगी.
इससे पहले, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई ने मुस्लिम नेताओं से अफगान तालिबान सरकार को ‘वैध’ न बनाने की गुजारिश की. मलाला ने इन देशों से यह भी गुजारिश की है कि औरतों और लड़कियों की तालीम पर तालिबान की पाबंदी की मुख़ालिफ़त करें और अपनी सच्ची कयादत दिखाएं. पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में मुस्लिम देशों में लड़कियों की तालीम पर आयोजित एक शिखर सम्मेलन में उन्होंने कहा, “उन्हें (तालिबान) को वैध न बनाएं.”
27 साल की यूसुफजई ने कहा, “मुस्लिम नेताओं के तौर पर अब समय आ गया है कि आप अपनी आवाज उठाएं और अपनी ताकत का इस्तेमाल करें. आप सच्ची कयादत दिखा सकते हैं. आप सच्चा इस्लाम दिखा सकते हैं.” दो दिन के सम्मेलन में मुस्लिम विश्व लीग की तरफ से समर्थित दर्जनों मुस्लिम बहुल देशों के मंत्री और तालीमी अफसर एक साथ आए हैं.