गाज़ा: इसराइल और हमास के बीच लगातार युद्ध विराम को लेकर बातचीत जारी है. इसके बीच एक बड़ा अपडेट सामने आया है. हमास ने गाज़ा में 34 इसराइली बंधकों के नाम बताए हैं. जिनमें दो अमेरिकी नागरिक भी हैं और वह इसराइल के साथ बातचीत के तहत युद्ध विराम समझौते के तहत उन्हें रिहा करने को तैयार है.
आधे साल से ज्यादा वक्त तक छिटपुट युद्ध विराम बातचीत के बाद, यह प्रस्ताव 15 महीने से चल रहे विनाशकारी गाजा की जंग को रोकने की तरफ एक अच्छा संकेत है. हमास और इसराइल के बीच जंग की शुरुआत जो 7 अक्टूबर 2023 को हुई थी.
सऊदी समाचार आउटलेट अशर्क के जरिए पब्लिश रिपोर्ट के मुताबिक, 34 बंधकों की लिस्ट में पांच महिला सैनिक, पांच नागरिक महिलाएं, दो बच्चें और 22 मर्द शामिल हैं. इनमें से दो अमेरिकी-इसराइली नागरिक सगुई डेकेल-चेन और कीथ सीगल भी शामिल हैं. 34 में से कुछ शायद जीवित जिंदा नहीं हैं.
हमास अधिकारी के मुताबिक, इन बंधकों की रिहाई के बदले में इसराइल फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा और गाजा के कुछ हिस्सों से अपने सैनिकों को आंशिक रूप से हटा लेगा. इसराइल कितने कैदी रिहा करेगा, इसके बारे में अभी जानकारी सामने नहीं आई है.
कतर में चल रही बातचीत के तहत यह सौदा गाजा में रह गए लगभग 100 बंधकों में से केवल एक तिहाई की रिहाई सुनिश्चित करेगा. युवा पुरुष सैनिक, जिनमें दोहरी अमेरिकी-इसराइली नागरिक ईडन अलेक्जेंडर भी शामिल हैं, गाजा में ही रहेंगे.
इसराइली सरकार के मुताबिक, हमास ने 7 अक्टूबर, 2023 को गाजा में 251 लोगों को बंधक बनाया था. जंग शुरू होने के अगले महीने, उनमें से 105 को इसराइल और हमास के बीच बंधक-कैदी विनिमय में रिहा कर दिया गया. बाद में इसराइली सैन्य अभियानों में कई लोगों को बचाया गया और 37 बंधकों की लाश इसराइली सैनिकों के जरिए बरामद की गईं.
हमास चाहता है कि इसराइल पूरी तरह से युद्ध विराम करे और अपनी सेना को वहां से हटा ले. लेकिन इसराइल अभी तक इस बात के लिए माना नहीं है. हमास जब तक पूरे कैदियों को रिलीज नहीं करेगा, तब तक पूरी तरह से युद्ध विराम नहीं हो जाता है.