महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। 100 करोड़ रुपये की वसूली मामले में ईडी का शिकंजा उनपर कसता जा रहा है। इतना ही नहीं प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में अनिल देशमुख के सहायक कुंदन शिंदे और पीएस संजीव पलांडे को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को आज ईडी ने स्पेशल पीएमएलए कोर्ट में पेश भी किया जहां सुनवाई होने के बाद अदालत ने दोनों को 1 जुलाई तक के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया।

वहीं इस सुनवाई के दौरान पलांडे के वकील ने ईडी को ‘पिंजरे में बंद गौरैया कहा जो सिर्फ ट्वीट के अलावा कुछ नहीं करती’ है। वकील ने कहा कि ईडी को एक बेहतरीन संगठन के रूप में जाना जाता है लेकिन वर्तमान में वह स्थानीय पुलिस के रूप में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कल मेरे क्लाइंट पलांडे के आवास पर छापा मारा और उन्हें पीएमएलए की धारा 50 का नोटिस दिया और फिर उन्हें अपने साथ ले गए। ये किस तरह की कार्रवाई है? हालांकि  ‘पिंजरे में बंद गौरैया’ वाले टिप्पणी पर बाद में वकील ने माफी मांग ली।

वहीं कुंदन शिंदे के वकील मेहुल ठक्कर ने कहा कि ऑन रिकॉर्ड दिखाने के लिए कुछ भी नहीं है कि सचिन वाजे कुंदन शिंदे के सीधे संपर्क में थे। वाजे के बयान के आधार पर पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता है। इस मामले में केवल सहयोग न करना रिमांड का आधार नहीं हो सकता। ईडी द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया में गिरफ्तारी के कारण भी नहीं दिए गए हैं।

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