हरिद्वार में हो रहे कुंभ मेला के आयोजकों ने भीड़ नियंत्रण व यातायात प्रबंध के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से मदद माँगी है। इतना ही नहीं, धर्मनिरपेक्ष सरकार ने हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का उद्येश्य लेकर चलने वाली इस संस्था को राष्ट्र का सर्वोपरि अनुशासित संघ ही नहीं कहा है, बल्कि उम्मीद जताई है कि अतीत की तरह इस बार भी वह आयोजकों की मदद करेगा।

कुंभ मेला हरिद्वार के पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने आरएसएस उत्तराखंड राज्य के प्रांत संघ चालक और प्रांत सरकार्यवाह को आधिकारिक तौर पर चिट्ठी लिखी है।

आरएसएस को चिट्ठी

इस पत्र में आरएसएस के पदाधिकारियों को याद दिलाया गया है कि उन्होंने पहले भी राज्य में आयोजित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजन में मदद की  है। यह कहा गया है कि संघ ने नंदा देवी यात्रा, हिमालयी कुंभ वगैरह में प्रशासन व पुलिस की मदद की है।

पुलिस महानिरीक्षक ने गुजारिश की है कि कुंभ के मौके पर भीड़ नियंत्रित करने और यातायत को सुचारु रुप से चलाने के लिए आरएसएस उनकी मदद करे।

कुंभ की तैयारी

मेले के दौरान लाखों श्रद्धालु हरिद्वार में गंगा स्नान करते हैं। इसलिए नदी की सफाई जारी रख कर श्रद्धालुओं को स्वच्छ गंगा में स्नान का मौका देने के लिए 16 हजार सामुदायिक टॉयलेट बनाने की तैयारी है।

इस बार कुंभ मेले के आयोजन का बजट 4000 करोड़ रुपये रखा गया था मगर राज्य सरकार ने उसे घटा कर महज 20 फीसद यानी 800 करोड़ रुपये कर दिया है। कुंभ मेले के मुहाने पर खड़े हरिद्वार नगर की तमाम सड़कें खुदी पड़ी हैं और राष्ट्रीय राजमार्ग-58 को चौड़ा करने का काम तमाम दावों के बावजूद 2010 के कुंभ से अब तक पूरा नहीं हुआ।

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