बिहार के वैशाली जिले में छेड़खानी का विरोध करने पर जिंदा जलाई गई 20 साल की युवती ने पटना के पीएमसीएच में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। 15 दिन पहले इस युवती पर आरोपियों ने कैरोसिन तेल डालकर उसे जिंदा आग के हवाले कर दिया था। युवती की मौत के बाद 15 नवंबर को पटना के कारगिल चौक पर परिजनों ने दो आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।। पुलिस से आश्वासन मिलने के बाद युवती को दफनाया गया। सोमवार को एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सातवीं बार मंत्रिमंडल के साथ शपथ ले रहे थे वहीं इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग इंसाफ की मांग करते दिखे। चुनाव के दौरान हुआ इतना बड़ा मामला 15 दिन बाद सामने आया जब पीड़िता की मौत हो गई।

इस मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि चुनावी फायदे के लिए इस अपराध को छुपाया गया – कुशासन पर ताकि सुशासन की नींव रखी जा सके। राहुल ने कहा, ‘किसका अपराध ज़्यादा ख़तरनाक है, जिसने ये अमानवीय कर्म किया? या जिसने चुनावी फायदे के लिए इसे छुपाया ताकि इस कुशासन पर अपने झूठे ‘सुशासन’ की नींव रख सके?’


वहीँ एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर ने पीड़िता के बयान का वीडियो रिट्वीट करते हुए लिखा कि बिहार के वैशाली में युवती से सतीश और उसके साथियों ने छेड़खानी की। जब युवती ने इसका विरोध किया तो उन लोगों ने कैरोसिन डालकर जिंदा जला दिया। युवती का परिवार इंसाफ की गुहार लगा रहा है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार युवती को इंसाफ दिलाएंगे? वीडियो में बुरी तरह झुलसी पीड़िता कह रही है कि मैं देसरी थाने के रसूलपुर हबीब की हूं। कचरा फेंकने शाम के छह बजे जा रही थी तो रास्ते में विनय राय के बेटे सतीश राय ने मेरे ऊपर मिट्टी तेल डालकर आग लगा दिया। पुलिस को दिए बयान में युवती ने बताया कि उसके पिता की मौत हो चुकी है। मां सिलाई का काम करके घर चलाती है। सतीश राय उस पर प्यार और शादी के लिए दबाव डाल रहा था लेकिन वह नहीं मानी तो पहले उसे धमकाया गया। उसने छेड़खानी की शिकायत सतीश के घरवालों से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।


यह घटना 30 अक्टूबर की बताई जा रही है। जिंदा जलाए जाने के बाद गंभीर रूप से झुलसी युवती का इलाज पटना के पीएमसीएच में चल रहा था जहां 15 दिन बाद उसकी मौत हो गई। जघन्य अपराध करने के बाद भी इस मामले के दो आरोपी सतीश राय और चंदन कुमार अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। युवती को इंसाफ दिलाने के लिए वैशाली में सोमवार की शाम में एस-एसटी, ओबीसी माइनॉरिटी संयुक्त मोर्चा ने कैंडिल मार्च निकाला और आरोपियों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की मांग की। सोशल मीडिया पर भी यूजर्स युवती के लिए इंसाफ मांग कर रहे हैं।

एक यूजर ने लिखा कि युवती को जिंदा जलाने वाले दरिंदे चंदन कुमार और सतीश कुमार पर 17 दिनों से कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है, ऐसे दरिंदे समाज में आज़ाद क्यों फिर रहे है,क्या बहिन बेटियों के जिंदगी की कोई कीमत नहीं है, इस मामले में हुक़ूमत एवं पुलिस क्यों खामोश है..? इसी तरह कई यूजर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर पुलिस प्रशासन और नीतीश सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। एक स्थानीय अखबार ने यह खबर छापते हुए दावा किया है कि वैशाली में मतदान पर इस घटना का असर न पड़ जाय इसलिए पुलिस प्रशासन ने मामले को दबा दिया। 15 दिन बाद युवती की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है।

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