कांग्रेस का भाजपा और आम आदमी पार्टी के खिलाफ पोल खोल अभियान
सुषमा रानी
नई दिल्ली, 3 फरवरी, 2021 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के नेतृत्व में निगम के प्रत्येक वार्डों में भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम और आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के खिलाफ पोल खोल अभियान निकालेंगे जिसकी शुरुआत कल, दिनांक 4 फरवरी, 2021 को त्रिलोकपुरी से की जाऐगी जाएगी। निगम चुनावों के मद्देनजर पोल खोल अभियान में बूथ स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित क्षेत्रीय निवासियों को भी शामिल किया जाएगा और भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकारों की नाकामियों को जनता को बताया जाएगा। दिल्ली में कूड़े के ढेर है, दिल्ली की सफाई व्यवस्था राजधानी को शर्मशार करती है, नालियां, गलियां, रोड़, सड़के सब टूटे पड़े है, परंतु निगम की असंवेदनशीलता लगातार बनी हुई है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली में पिछले 14 वर्षों से दिल्ली नगर निगम में भाजपा की सरकार है और पिछले 7 सालों से आम आदमी पार्टी की सरकार सत्ता में है। उन्होंने कहा कि दोनो सरकारों को अपनी जिम्मेदारी से भागना और एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने के कारण आज दिल्ली की स्थिति प्रशासनिक और व्यवहारिक रुप से बदहाल हो गई है। उन्होंने कहा कि निगम में आंकठ भ्रष्टाचार के कारण ही बिना रिश्वत लिए आज कोई गरीब आदमी अपना मकान नही बना सकता।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि दिल्ली के सफाई कर्मचारी, डाक्टर, नर्सों, अध्यापकों, आगनबाड़ी और आशा वर्कर को कई महीनों से वेतन नही मिलने के कारण हड़ताल करने को मजबूर है। यही नहीं पेन्शनधारियों को भी कई महीनों से पेन्शन नही दी जा रही है। भाजपा और आम आदमी पार्टी के शासन में दिल्लीवासियों का जीविका चलाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि अरविन्द सरकार और भाजपा शासित दिल्ली नगर निगमों में फंड स्थानांतरण के नाम पर ड्रामा पूरी दिल्ली देख रही है।
- चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि अरविन्द सरकार और भाजपा दोनों ने जनता के हितों से संबिधत मुददों पर कभी भी संवेदनशीलता नही दिखाई जबकि चुनावों के दौरान जनता से बड़े-बड़े वायदे किए थे। उन्होंने कहा कि चाहे कोविड महामारी के संकट का समय हो, दिल्ली दंगों का वक्त हो, कर्मचारियों को वेतन न मिलने पर उनका हड़ताल करने का मामला या किसान आंदोलन हो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द कभी आगे बढ़कर इन समस्याओं के निदान के लिए काम नही किया, उल्टा मुख्यमंत्री अरविन्द गंभीर समस्याओं के वक्त अपने निवास पर छिप कर बैठ जाते है और भाजपा के तीनों निगमों के मेयर केवल दिल्लीवासियों का ध्यान भटकाने के लिए फंड स्थानांतरण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री निवास पर धरने पर बैठ जाते है।